एजेंसी : आखिरकार बाबा रामदेव थर्ड डिवीजन से ही सही लेकिन पास हो गये। आयुष मंत्रालय ने उनकी मेहनत पर पानी नहीं फेरा और उनकी दवा को कोरोना निवारण ना सही अपितु कोरोना सुधारक के रूप में स्वीकार कर लिया। अब लगता है बाबा जी अति उत्साहित तो नहीं परंतु हतोत्साहित भी नहीं होंगे ।
जैसा कि पहले हम ने उम्मीद जताई थी कि आयुष मंत्रालय इस पर कुछ ना कुछ करेगा आखिरकार नतीजा सामने हैं और बाबा को बा मुश्किल थोड़ी सी राहत देते हुए उनकी दवा को कोरोना निवारक के रूप में नहीं बल्कि कोरोना सुधारक के रूप में बगैर कोरोना शब्द का इस्तेमाल किए दवा को बाजार में उतारने की अनुमति दे दी है । आखिर बाबा भी अपने व्यापार के पक्के हैं ।
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