जमशेदपुर:चीनी सेना मुठभेड़ में शहीद हुए भारतीय सेना में शामिल एलबीएसएम कालेज के पूर्व छात्र व एनसीसी कैडेट गणेश हांसदा को 18 जून को एलबीएसएम कॉलेज में ही श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर एनसीसी इंचार्ज कैप्टन डा. आर के चौधरी ने बताया कि बहरागोड़ा के कोषाकालिया गांव निवासी गणेश वर्ष 2015 में मैट्रिक परीक्षा उतीर्ण कर इस महाविद्यालय में आई.एस.सी में नामांकन के साथ चार अगस्त को एनसीसी ज्वाइन किया था। उनकी दृढ़ ईच्छा थी भारतीय सेना में जाकर देश की रक्षा करना।निरंतर अपनी मिहनत के कारण एनसीसी में कम ही दिनों में अपनी पहचान बना लिया था। एनसीसी की ‘बी’ प्रमाण पत्र परीक्षा 2017 में उतीर्ण करने के बाद 2018 के सितंबर में रांची के मोरहाबादी मैदान में इंडियन आर्मी की बहाली हुई तो उसमें इसका चयन 16 बिहार रेजिमेंट के जीडी पोस्ट के लिए हुआ। दानापुर में ट्रेनिंग लेने के बाद इसकी पहली पोस्टिंग अक्टूबर 2019 में लद्दाख के गलवान घाटी में हुई। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके शहीद होने से पूरा एनसीसी परिवार मर्माहत है।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डा. अमर सिंह ने कहा कि वीर शहीद गणेश हांसदा ने एलबीएसएम कालेज को गौरवान्वित किया है। उन्होंने उनके सम्मान में उनकी तस्वीर अपने प्राचार्य कक्ष में भी लगवाया, ताकि सदैव राष्ट्र के नाम उनकी बलिदान को याद किया जा सके।
इस मौके पर पूर्व कैडेट अनिल मार्डी, उत्पल हेम्ब्रम ने भी उनके साथ बिताए सुखद अनुभव बताया। उसके बाद दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया। मौके पर डा.अजेय वर्मा, प्रो. विनय कुमार गुप्ता, प्रो. विनोद कुमार, डा. दिपंजय श्रीवास्तव, डा. मौसमी पॉल, प्रो. संतोष राम के अलावे शिक्षकेत्तर कर्मचारी, पूर्ववर्ती एवं वरिष्ठ एनसीसी कैडेट मुख्य रुप से उपस्थित थे।
श्रद्दांजलि कार्यक्रम के बाद प्राचार्य डा.अमर सिंह ने एनसीसी अधिकारी कैप्टन डा. आर के चौधरी , डा. अजेय वर्मा , प्रो. विनय गुप्ता , प्रो. विनोद कुमार व कुछ एनसीसी कैडेट के साथ शहीद गणेश हांसदा के गांव जाकर उनके माता-पिता से मिलकर सांत्वना के साथ आर्थिक सहायता भी किए।
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