मंझिआव : स्थानीय कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पिछले 2 वर्ष पूर्व से कार्यरत रसोईया के पद पर काम कर रही फूलमती देवी के अकस्मात निधन के पश्चात पुलिस ने शव को अपने कब्जे में पूरी रात ले रखा था। लेकिन मृतिका के पति सुदर्शन राम के द्वारा कोई शिकवा शिकायत किसी को ऊपर नहीं था। इधर बुधवार की अहले सुबह मृतिका के पति एवं पुत्र समेत उनके परिजनों द्वारा स्वेच्छा से अपनी सहमति पत्र थाना प्रभारी के नाम से दिया गया। जिसमें उल्लेख किया गया कि मेरा किसी से कोई शिकवा शिकायत नहीं है । इसलिए मेरी मृतिका पत्नी को अंतिम दाह संस्कार के लिए सुपुर्द कर दिया जाए। इसके पश्चात पुलिस ने मृतिका के परिजनों को अंतिम दाह संस्कार के लिए शव को सौंप दिया। इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी, मृतिका के पति सुदर्शन राम एवं पुत्र नीतीश कुमार चंद्रवंशी समेत उनके रिश्तेदार व ग्रामीणों की मौजूदगी में थाना प्रभारी रणविजय नारायण सिंह ने अपने विभागीय वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी से वार्तालाप कर बुधवार को अंतिम दाह संस्कार के लिए शव को सौंप दिया। इधर नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी ने मृतिका के परिजनों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकारी तौर पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायतार्थ दी जाएगी। ज्ञात हो कि गत मंगलवार की देर शाम विद्यालय में कार्यरत रसोईया के पद पर काम कर रही मझीआंव खुर्द गांव निवासी सुदर्शन राम की पत्नी फूलमती देवी की अकस्मात विद्यालय के किचन रूम में गिरने के तत्पश्चात निधन हो गई थी।
वहीं दूसरी ओर सिबेसर चंद्रवंशी महाविद्यालय के कर्मी नीतीश कुमार चंद्रवंशी के 55 वर्षीय मां फूलमती देवी की अकस्मात निधन हो जाने से कॉलेज के कर्मियों ने बुधवार को कॉलेज परिसर में शोक सभा का आयोजन किया। तत्पश्चात मृतिका फूलमती देवी की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रख कर ईश्वर से प्रार्थना की गई। इस दौरान शोक सभा व्यक्त करने वालों में प्राचार्य मिथिलेश प्रसाद सिंह संजीत कुमार, समेत प्रोफ़ेसर पंकज कुमार दुबे, प्रेम कुमार दीक्षित, राजू कुमार राम, रविंद्र मेहता, अनिल कुमार, महेंद्र प्रजापति, लिपिक रामसकल यादव, वीरेंद्र सिंह कुशवाहा, अखिलेश विश्वकर्मा, मुकेश ठाकुर, विष्णु देव चंद्रवंशी एवं संजय कुमार सिंह उर्फ संजन सिंह आदि लोग उपस्थित थे। इधर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के वार्डन गौरी सिंह समेत शिक्षक एवं शिक्षिकाएं इस घटना से काफी दुखी हैं। घटना से आहत होकर विद्यालय परिसर में भी शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें मृतका फूलमती देवी की मृत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रख कर ईश्वर से प्रार्थना की गई।