राँची:-कांग्रेस छात्र संगठन झारखंड एन.एस.यू.आयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने ज्ञापन दिया एवं रिम्स GNM स्कूल ऑफ नर्सिंग में हो रहे भ्रस्टाचार से अवगत कराया। विदित हो कि आये दिनों वहां की छात्राओं को बैक करने की धमकी मिलती रहती है। छात्राओं की कंप्लेन के बाद एन.एस.यू.आयी की टीम ने जांच पड़ताल किया एवं चौकाने वाली बातें सामने आई।
1- होस्टल में 150 छात्राएं रहती है। 6 महीने से किसी को किसी प्रकार की छुट्टी नही दिया गया। जबकि सरकार तरफ से आदेश था कि कोरोनो काल मे कोई भी होस्टल में नही रहना चाहिए। छात्राएं घर जाना चाहती है।
2- कोई भी समस्या के लिए कोई आवाज उठाये तो बैक करने की मिलती है धमकी। एवं उसके पेरेंट्स को भी बुला कर इंसल्ट किया जाता।
3- एडमिशन फीस फ्री होने के बाउजूद एडमिशन के समय हर छात्राओं से हजारों रुपये( ₹5000) की वसूली की जाती वो भी बिना रसीद दिए।
4- इतने सालों से मेस चल रहा। हर बैच के लिए अलग रेट फिक्स किया जाता एवं बिना रसीद के हर महीने पैसे जमा कराए जाते। (₹1500- 2000)
5- होस्टल की स्तिथि दयनीय है। छत टूट के गिर रहा। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
6- बाथरूम, टॉयलेट्स की स्तिथि बहुत की खराब है। नहाने एवं पीने वाले पानी मे कीड़े मिलते है। कई बार स्टूडेंट्स बीमार पड़ चुके है।
7- ड्यूटी में बिना ग्लव्स एवं मास्क के जबरदस्ती डयूटी भेजा जाता।
8- इंटरनल एवं एक्सटर्नल एग्जाम में हर स्टूडेंट से हजारों पैसे लिए जाते।
9- इंटरनल एवं प्रैक्टिकल एग्जाम में जबरदस्ती सभी छात्राओं से पैसों के साथ ब्रेकफास्ट, लंच, ड्राई फ्रूट्स एवं स्नैक्स पैकेट्स की डिमांड स्टूडेंट्स से की जाती।
10- नर्सिंग के हर प्रोग्राम में प्रति स्टूडेंट्स से 500 रुपये से ज्यादा डिमांड किया जाता बिना कोई स्लिप या रसीद दिए बिना।
11- कैपिंग सेरेमनी के समय जिस बैच की कैपिंग होती है उनसे 2500 रुपये तक देना पड़ता है एवं बाकी बैच से 1000 रुपये तक मांगे जाते है।
12- इंटरनल परीक्षा की पेपर कभी स्टूडेंट्स को नही दिखाया जाता एवं अपनी मर्ज़ी से जो ज्यादा पैसा देता उन्हें नंबर दिए जाते है।
13- अगर कोई भी लड़कीं कुछ भी कंप्लेन करती है तो उस से जबर्दस्ती एप्लीकेशन लिखवाया जाता कि अगर उसे कुछ होता है तो कॉलेज या किसी टीचर की कोई जिम्मेवारी नही होगी।
14- सभी छात्राओं को मेंटली टार्चर किया जाता, धमकी दिया जाता।
15- वहां की प्रिंसिपल थयम्मा पी.टी दो पदों में नियुक्त है जिस कारण वो स्टूडेंट्स पे समय नही दे पाती।
मौके पर मौजूद राष्ट्रीय संयोजक आरुषि वंदना ने कहा कि इसकी जांच की जाए एवं वहां मौजूद प्रिंसिपल एवं होस्टल वार्डन को तत्काल निष्काषित किया जाए। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच कमिटि गठित की जाएगी एवं दोषियों पे करवाई की जाएगी। मौके पर इंदरजीत सिंह, आरुषि वंदना, अमन यादव, आकाश रजवार, प्रणव सिंह, हिमांशु कुमार, आमिर मौजूद थे।