कानपुर : चौबेपुर के बिकरू गांव में मुठभेड़ के दौरान सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों के शहीद होने की घटना में शामिल रहे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में जुटी पुलिस कड़ी दर कड़ी आगे बढ़ रही हैं, हालांकि पुलिस अभी विकास को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने घटना में शामिल रहे विकास के 21 साथियों की सूची तैयार की है, जिसमें शनिवार रात एक साथी को मुठभेड़ में पकड़ा है, जबकि दो साथियों को घटना के दूसरे दिन ही मुठभेड़ में मार गिराया था। एडीजी ने विकास दुबे को मोस्टवांटेड अपराधी की सूची में शामिल करके पचास हजार से बढ़ाकर इनामी राशि एक लाख रुपये कर दी है।
इधर बिकरू गांव में विकास दुबे के गुर्गों से पुलिस की हुई मुठभेड़ में नए नए खुलासे हो रहे हैं। बिकरू गांव में हमलावरों ने पुलिस टीम पर तमंचों के साथ एके-47 से भी गोलियां बरसाई थीं। रीजेंसी अस्पताल में एक्सरे से पहले शहीद सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से एके-47 की एक गोली बरामद हुई है। यही नहीं, पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि चार जवानों के शरीर से गोलियां आर-पार निकल गई थीं। अन्य चार जवानों के शरीर से 315 और 312 बोर के कारतूस के टुकड़े बरामद हुए हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक दारोगा अनूप को सबसे ज्यादा सात गोलियां मारी गईं। वहीं सीओ देवेंद्र मिश्रा के चेहरे, सीने और पैर पर सटाकर गोली मारी गई। उनका भेजा और गर्दन का हिस्सा उड़ गया था, उनके पैर और कमर पर कुल्हाड़ी से वार के निशान थे। पुलिस के मुताबिक सिपाही जितेंद्र पाल के पैर, हाथ, सीने, कमर में पांच गोलियां मारी गई थीं। दो गोलियां आर-पार निकल गई थीं। चौकी प्रभारी अनूप सिंह को सात गोलियां मारी गई थीं। उनके सीने, पैर और बगल में गोली लगी थी। थाना प्रभारी महेश के चेहरे, पीठ और सीने पर पांच गोली और दारोगा नेबूलाल के चार गोलियां लगी थीं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक थाना प्रभारी महेश यादव, मंधना चौकी प्रभारी अनूप सिंह, दारोगा नेबूलाल और सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से ही गोलियां और उनके टुकड़े बरामद हुए हैं। सीओ देवेंद्र मिश्रा, सिपाही राहुल, बबलू और सुल्तान के शरीर से बुलेट नहीं मिली। रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही बबलू की कनपटी, चेहरे, सीने पर गोली लगी और सिपाही राहुल की पसली, कमर, कोहनी और पेट में चार गोली लगीं जो आर-पार निकल गईं। सुल्तान की कमर, कंधे व सीने पर पांच गोलियां मारी गईं। शवों से बरामद हुए कारतूस व उनके टुकड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
हमलावरों ने लूट लिए पुलिस के हथियार
पुलिस ने बताया कि हमला के दौरान सिपाहियों की रायफल, एसओ और चौकी इंचार्ज की पिस्टल लूटी गई। हमलावरों ने सिपाही सुल्तान और बबलू के शहीद होने के बाद मौके पर पड़ी उनकी रायफलें और थाना प्रभारी महेश यादव व दारोगा अनूप की पिस्टलें लूट लीं। पुलिस के मुताबिक ये जवान हथियारों के साथ ही मोर्चा ले रहे थे। माना जा रहा है कि हत्यारों ने रायफल व पिस्टल लूटने के बाद उन हथियारों से भी कई राउंड गोलियां चलाईं, जो पुलिस कर्मियों को लगी थीं।हमलावरों ने पुलिस की एक एके 47, एक इंसास रायफल व दो पिस्टलें भी लूट लीं। इनसे भी पुलिस पर गोलियां चलाईं।
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