उन्नाव गैंगरेप की पीड़िता का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में देर रात निधन हो गया। पीड़िता को एयरलिफ्ट करके लखनऊ से दिल्ली लाया गया था। पीड़िता का शरीर 95 फीसदी जल चुका था। सफदरजंग अस्पताल के प्रवक्ता ने उन्नाव रेप पीड़िता के निधन की पुष्टि की है।
गुरुवार को उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाकर दिया गया था. इस घटना में युवती 95 फीसदी जल गई थी। ग्रामीणों ने मुताबिक 95 फीसदी जलने के बाद भी पीड़िता घटनास्थल से एक किलोमीटर तक पैदल चली थी और मदद की गुहार लगाई थी। पीड़िता ने खुद ही फोन किया था और पुलिस से आपबीती बताई थी.दुष्कर्म पीड़िता को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया।
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली दुष्कर्म पीड़िता को गुरुवार सुबह छह युवकों ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। पीड़िता ने बयान दिया है कि गुरुवार सुबह चार बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी। गौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर शुभम, शिवम, उमेश ने घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले पर चाकू से वार किया।इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। शोर मचाने पर भीड़ को आता देख सभी भाग निकले। पीड़िता ने बताया कि पूर्व में आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
हैवानियत के सात घंटे बाद पकड़े गए सभी आरोपी
पेट्रोल डालकर जलाई गई दुष्कर्म पीड़िता ने इलाज के दौरान एसडीएम को जिन पांच आरोपियों के नाम लिए। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एसपी विक्रांत वीर ने चार अलग-अलग टीमें गठित की। पुलिस ने आरोपी हरिशंकर, शुभम, उमेश व रामकिशोर को उनके घर से दबोच लिया। मुख्य आरोपी शिवम को गांव के बाहर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों को घटना के बाद सात घंटे में पुलिस ने पकड़ा।
पुलिस ने पीड़िता को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पीड़िता की हालत गंभीर देख कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया था। कानपुर के बाद पीड़िता को लखनऊ रेफर कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलने पर डीएम देवेंद्र पांडे, एसपी विक्रांत वीर समेत कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी पक्ष मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव डाल रहा था और बात न मानने पर उसने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने लखनऊ में कहा कि इस मामले में बेहद तत्परता से कार्रवाई की जाएगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। इस बीच, मामले की जांच के लिए फोरेंसिक टीम ने उन्नाव में घटनास्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाए।
प्रदेश पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि पीड़िता ने शादी का झांसा देकर 19 जनवरी 2018 से 12 दिसंबर 2018 के बीच दुष्कर्म करने के संबंध में एक मुकदमा पंजीकृत कराया था और इस मामले में जेल भेजे गए आरोपी शिवम की गत 25 नवंबर को जमानत हुई थी।
90 प्रतिशत जल चुकी थी पीड़िता
लखनऊ सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी का कहना है कि पीड़िता 90 प्रतिशत जल चुकी थी। पीड़िता सुबह सवा दस बजे सिविल अस्पताल पहुंची थी। सिविल अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रदीप तिवारी पीड़िता का इलाज किया जा रहा था।