गिरिडीह: नक्सली बीहड़ पीरटांड़ थाना क्षेत्र पिपरा टांड़ में शनिवार को तड़के चार से पांच सौ की संख्या में तीर धनुष और धारदार हथियार से लैस ग्रामीणों ने एक नक्सली को तीर धनुष से भोंक भोंक कर मार डाला जबकि उसके परिवार को घेर लिया और जिंदा जलाने के प्रयास में थे लेकिन पुलिस ने उन्हें ग्रामीणों के चंगुल से 10 राउंड गोली चला कर बचा लिया वरना ग्रामीण जिंदा उन्हें जला देते इसके पहले ग्रामीण परिवार के महिला सदस्यों को पीट चुके थे और पुरुष सदस्यों को घर में बंद कर आग लगा दिया था। इस दौरान नक्सली परिवार को ग्रामीणों के चंगुल से बचाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मौके पर वज्र वाहन को भी बुलाना पड़ा और बारिश के बीच डीसी राहुल कुमार सिन्हा एवं एसपी सुरेंद्र कुमार झा बाइक से घटनास्थल पहुंच गए।जिला मुख्यालय से बड़ी संख्या में पुलिस बल को घटनास्थल पर बुलाना पड़ा। पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। हमलावर ग्रामीण भी मौके पर घंटों डटे रहे।
खबरों के अनुसार पिपरा टांड में पिछले सप्ताह एक आदिवासी युवक की हत्या कर दी गई थी।इस हत्या से ग्रामीण काफी क्रोधित और बदला लेने के मकसद से लगभग पांच सौ आदिवासी तीर-धनुष से लैस होकर सुरेश मरांडी नामक नक्सली का घर घेर लिया। परिवार के सात पुरुष रिश्तेदारों को उनके घरों में बंद कर आग लगा दी। परिवार की महिलाओं की भी पिटाई की। इस बात की भनक लगते ही पीरटांड़ थाना प्रभारी अशोक प्रसाद अतिरिक्त जवानों के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने दस राउंड फायरिंग कर उग्र लोगों को खदेड़ा। इसके बाद सभी सात लोगों को जिंदा जलाने से बचाया जा सका। इस दौरान ग्रामीण इतने उत्तेजित थे कि पुलिसको 7 लोगों को बचाकर वज्र वाहन में बैठाने के दौरान भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उग्र भीड़ ने पुलिस की सुरक्षा से उन्हें छुड़ाना चाहा लेकिन पुलिस ने काफी सतर्कता और संयम बरतते हुए बहुत बड़ी अनहोनी को टाल दिया।
जब सात लोगों को बचाकर वज्रवाहन में बिठाने की कोशिश की तो विरोध का सामना करना पड़ा। भीड़ ने पुलिस से सातों को छुड़ाने की कोशिश की। पुलिस ने काफी संयम से काम लिया।
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