सिल्ली:-23 जनवरी प्रखंड के पटका मैसुडीह राजकीय मध्य विद्यालय परिसर में नेशनल सीनियर सिटीजन एसोसिएशन दिल्ली के तत्वाधान में वरिष्ठ नागरिक सिल्ली की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती समारोह आयोजित की गई।इस समारोह में मुख्य रूप से राष्ट्रीय महासचिव रामायण पांडे उपस्थित थे। कार्यक्रम में रामायण पांडे ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी ने भारतवासियों को जगाने का आव्हान करते हुए कहा था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। उन्होंने ही भारत वासियों को जय हिन्द का नारा दिया था। उनके विचार महान थे। उनका एक महान विचार था कि गुलाम रहने से बड़ा और कोई अभिशाप नहीं है। अन्याय और उत्पीड़न से समझौता करना सबसे बड़ा पाप है। इस सनातन नियम को याद रखो कि अन्याय के विरुद्ध लड़ना सबसे बड़ा गुण है। फिर चाहे उसके लिए जो भी मूल्य चुकाना पड़े। इसी के लिए हमें भी अपने हक और अधिकार के लिए आगे आना होगा तभी यह सफल हो पाएगा । राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश जी ने कहा कि देश को आजाद कराने में गरम दल के नेता सुभाष चन्द्र बोस का विशेष योगदान रहा है।पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्योधन महतो ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चंद्र बोस सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। नेताजी आज भी हमारे दिलों में बसते हैं। राष्ट्रीय सलाहकार प्रभारी झारखंड प्रदेश के निर्मल चंद्र साहू ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज के युवाओं को भी उनके पदचिह्नों पर चलते हुए देश सेवा में अपना योगदान करना चाहिए। समारोह का संचालन रांची जिला ग्रामीण अध्यक्ष रतनलाल महतो ने किया। इनके अलावा सिल्ली प्रखंड अध्यक्ष समल महतो, महासचिव विजय चंद्र महतो, सोनाहातू प्रखंड प्रभारी कर्म सिंह महतो, राहे प्रखंड प्रभारी लहरा महतो, रांची जिला शहरी अध्यक्ष नरेश चंद्र कार्जी, प्रह्लाद महतो राधेश्याम साहू आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम से पूर्व आए हुए अतिथियों एवं सदस्यों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। समाज में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए 15 सदस्यों को सम्मानित किया गया।इस मौके पर गणेश साहू, विश्वनाथ महतो, रामेश्वर पाठक, राजेश्वरी देवी, नित्यानंद मंडल, अशोक कुमार सिंह, मधुसूदन साहू, कालीपद चटर्जी, निरंजन महतो, रामेश्वर हजाम, रघुनाथ महतो, त्रिलोचन साहू, नरेश चंद्र महतो, परीक्षित महतो, अजीत कुमार महतो, शिव शंकर अहीर, समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।