पश्चिम बंगाल : गुरुवार को बांग्लादेशी सैनिकों ने सीमा सुरक्षा बल के दल पर अचानक फायरिंग कर दी। बॉर्डर गार्ड्स ऑफ बांग्लादेश की ओर से की गई गोलीबारी में एक कॉन्सटेबल की मौत हो गई, जबकि एक अन्य जवान जख्मी हुआ है। खबरों के मुताबिक फायरिंग उस वक्त किया गया जब बीएसएफ का दल बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर देश के मछुआरों का पता लगाने की कोशिशों में जुटा था।
शहीद हेड कॉन्सटेबल की पहचान विजय भान सिंह के रूप में हुई है, जिन्हें फायरिंग के दौरान सिर में गोली लगी थी। वहीं, जख्मी हुए दूसरे कॉन्सटेबल-बोटमैन के हाथ में गोली लगी थी।
मालूम हो कि यहां से पद्मा नदी गुजरती है जो भारत-बांग्लादेश की सीमा है। इस नदी में दोनों ही देशों के मछुआरे मछली पकड़ते हैं।
गुरुवार को तीन भारतीय मछुआरे मछली पकड़ने के लिए गए हुए थे। इनमें से दो वापस लौटे और बीएसएफ टीम से संपर्क कर बताया कि उनके एक साथी को बांग्लादेश की सेना ने पकड़ लिया है और बीएसएफ के अधिकारियों को फ्लैग मीटिंग के लिए बुलाया है। मछुआरों से यह सूचना मिलने के तत्काल बाद बीएसएफ ने आधिकारिक चैनल का इस्तेमाल करते हुए बांग्लादेश सेना के अधिकारियों से संपर्क किया। उनके बुलावे पर बीएसएफ के पांच अधिकारी फ्लैग मीटिंग के लिए पद्मा नदी की बाउंड्री पिलर संख्या 75 बटा 7-एस के पास पहुंचे। वहां बीजीबी के अधिकारियों के साथ बैठक होनी थी लेकिन साजिशन बीएसएफ के अधिकारियों को घेरने की कोशिश की जाने लगी। हालात को भांपने के बाद बीएसएफ के जवान वापस लौटने लगे तब बीजीबी के जवानों ने फायरिंग कर दी। एक गोली हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह के सिर में जबकि दूसरी गोली एक अन्य कॉन्स्टेबल को लगी। बीएसएफ के जवानों ने इन दोनों को तुरंत वहां से सुरक्षित बाहर निकाला और मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए जहां इलाज के दौरान हेड कॉन्स्टेबल ने दम तोड़ दिया जबकि दूसरे जवान का इलाज चल रहा है। सूचना मिलने के बाद बीएसएफ के आला अधिकारी मौके पर जा पहुंचे हैं।इसी साल 16 सितम्बर को कोलकाता में आयोजित हुए विजय दिवस के मौके पर बांग्लादेश सेना के आला अधिकारी और मंत्री पहुंचे थे। उन लोगों ने कहा था कि दुनिया में भारतीय सेना ही पहली ऐसी सेना है जो दूसरे देश के लिए खुद को शहीद कर सकती है। बांग्लादेश की आजादी भारतीय सेना की शहादत से मिली है। बावजूद इसके सीमा पर इस तरह से फायरिंग ने वहां की सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर दिया है बांग्लादेश सेना ने जिस मछुआरे को कैद कर रखा है उसका नाम प्रणव मंडल है। वह मुर्शिदाबाद जिले के जालंगी थाना अंतर्गत सिरोचर गांव का निवासी है।