बहरागोड़ा की राजनीतिक फिजा बदली
रिपोर्ट :सतीश सिन्हा
जमशेदपुर: बहरागोड़ा के झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक कुणाल षाडंगी के पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी में चले जाने के बाद बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक फिजा ही बदल गई है
भारतीय जनता पार्टी से टिकट कटने की आशंका से समीर मोहंती ने अपने सबसे पुराने पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा में फिर से शामिल होने का एलान कर दिया है आज वह रांची में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में जेएमएम का दामन थामेंगे. समीर मोहंती को बहरागोड़ा से जेएमएम प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
विदित है कि बहरागोड़ा क्षेत्र में उन्होंने जेएमएम को काफी मजबूत किया था लेकिन विद्युतवरण महतो के चलते टिकट नहीं मिलने पर समीर मोहंती ने जेएमएम छोड़ आजसू का दामन थाम लिया था.
जिसके बाद दो बार आजसू के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े. लेकिन हार गये. बाद में पार्टी बदलते हुए उन्होंने झारखंड विकास मोर्चा का दामन थामा और वर्ष 2014 में 42 हजार वोट लाकर बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में सभी को चौंका दिया था बताया जा रहा है कि जेएमएम में शामिल होने से पहले समीर मोहंती ने बहरागोड़ा क्षेत्र में जनमत संग्रह कराया. इसके जरिये ये बताने की कोशिश कि जनता के कहने पर वह जेएमएम जा रहे हैं. इससे पहले भी वह आजसू और झारखंड विकास मोर्चा को छोड़ चुके हैं. समीर मोहंती ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत जेएमएम से ही की थी. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि समीर मोहंती ने जेवीएम छोड़ भाजपा का दामन इसी उम्मीद में थामा था कि 2019 विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिलेगा, लेकिन बहरागोड़ा से जेएमएम विधायक कुणाल षाड़ंगी के भाजपा में आने के बाद समीर महंती के टिकट पर ऊहापोह की स्थिति पैदा हो जिसके बाद वह भाजपा को अलविदा कहने में ही अपनी भलाई समझी और 15 साल बाद अपने पुराने घर जेएमएम में वापसी करने जा रहे हैं. बहरागोड़ा के लोगों का मानना है कि जेएमएम में वापसी समीर मोहंती के लिए फायदेमंद साबित होगा.