एजेंसी: चीन के द्वारा अधिकारिक रूप से शुक्रवार को एक टिप्पणी से यह कयास लगाया जा रहा है कि चीन अब भारतीय कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय दबाव में है। इसी के तहत चीन के द्वारा कहा गया है कि उसने किसी भारतीय सैनिक को नहीं पकड़ा था। जबकि समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से यह खबर आई है कि चीन ने बीते सोमवार को गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के दौरान चीनी सेना द्वारा बंधक बनाए गए दो मेजर समेत 10 जवानों को गुरुवार को रिहा कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने डेली मीडिया ब्रीफिंग के दौरान भारत-चीन सीमा पर हालातों के बारे में पूछे गए सवालों के दौरान चीन के सरकार चैनल सीजीटीएन के मुताबिक लिजियान ने जवाब में कहा है कि किसी भी भारतीय सैनिक को पकड़ा नहीं गया था।
इधर दूसरी ओर द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक बंधक बनाए गए सैनिकों को गुरुवार शाम करीब पांच बजे रिहा किया गया है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि किसी भी सैनिक को चीन ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। सेना ने यह भी कहा है कि जवानों के पास हथियार थे और वो बिना हथियार के पेट्रोलिंग नहीं कर रहे थे। इन सैनिकों की रिहाई के बाद आज भारत और चीन की सेना के बीच एक और दौर की मेजर जनरल स्तर की वार्ता होनी है। सेना ने कहा है कि 15 दिनों के बाद हिंसा में घायल जवान ड्यूटी ज्वॉइन कर लेंगे।
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