रांची: पिपरवार में दो बच्चियों के हत्या के बाद जो बवाल जारी है। आज मृत बच्चियों का शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही गांव पहुंचा ।शव देखकर लोगों का आक्रोश इस कदर बढ़ गया कि एक बच्ची के परिजन शव को श्मशान घाट अंतिम संस्कार करने के लिए लाए थे लेकिन क्रुद्ध भीड़ ने उसे अर्थी सहित वापस लाकर पिपरवार थाने के पास रख दिया। वहां ग्रामीणों द्वारा आगजनी की भी घटना की खबर है।
भारी संख्या में महिला और पुरुषों ने पिपरवार थाने के सामने शव रख दिया और हत्यारों को फांसी पर लटकाने की मांग करने लगे। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं दी जाएगी ।तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इधर स्थिति गंभीर होते देख प्रशासन की ओर से किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए काफी संख्या में सुरक्षा बल तैयार हैं। घटनास्थल पर रैफ, आइआरबी एवं झारखंड पुलिस के जवानों के साथ चतरा व सिमरिया के एसडीओ-सीओ बतौर मजिस्ट्रेट भी मौजूद हैं।
इधर ग्रामीणों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा और लोगों का यह भी कहना है कि प्रशासन मामले को रफा दफा करने के लिए मीडिया में झूठी खबर छपवा रही है। ग्रामीण मीडिया के खिलाफ भी आक्रोश में बताए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि बच्चियों का बलात्कार भी हुआ है लेकिन इसे केवल हत्या का मामला बताया जा रहा है।
वहीं खबरों के मुताबिक घटना के लगभग 48 घंटे बीतने वाले हैं कार्रवाई के नाम पर अब तक दो परिचित आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया इसके अलावा जंगल में घटनास्थल पर जाकर फॉरेंसिक टीम द्वारा खून के नमूने एकत्र किए जाने की खबर है। वहीं इस घटना के कारण कोयलांचल में औद्योगिक क्षेत्र में भी सक्रियता कम है और बाजार में कुछ दुकानें आज सुबह खुली। जिसे लोगों ने जबरन बंद करवा दिया। विदित हो कि पिपरवार के दो बच्चियों को आरोपियों ने फल खिलाने के नाम पर जंगल ले गए थे और उनसे दुष्कर्म का प्रयास किया था लेकिन वह इसमें सफल न होते देख पत्थरों से कुचल कर उनकी हत्या कर दी। घटना के दूसरे दिन बचरा के किरीगड़ा जंगल से एक बच्ची की लाश बरामद की गई, जबकि दूसरी बच्ची और एक आठ वर्षीय बच्चा गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले, जिन्हें रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान भेजा गया था। रिम्स में दूसरी बच्ची को भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वही बच्चे की भी हालत चिंताजनक बताई जाती है।
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