झारखंड वार्ता न्यूज के लिए आलोक कुमार की रिपोर्ट
जामताड़ा : पूर्व सांसद फुरकान अंसारी पर झूठे मुकदमे दर्ज करने को लेकर जामताड़ा कांग्रेस कमेटी द्वारा हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने जामताड़ा थाना घेरने के लिए निकल पड़े परंतु ठीक उसी समय पूर्व सांसद फुरकान अंसारी साहब ने मौके पर पहुंचकर उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से लंबी वार्ता की और काफी समझाने बुझाने के बाद थाना घेरने एवं रघुवर दास के पुतला फूंकने के कार्यक्रम को रद्द किया।
फुरकान अंसारी साहब के आश्वासन के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थाना घेराव के कार्यक्रम को रद्द किया। इस मौके पर फुरकान अंसारी ने कहा की किसी को भी कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है। प्रशासन को निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए। थाना जनता का होता है ना कि भाजपा का परंतु भाजपा वाले ने थाना को अपना जागीर समझ लिया है। बिना किसी जांच पड़ताल के एफआईआर दर्ज करना यह साफ दर्शाता है की कहीं ना कहीं एक साजिश के तहत भाजपा वाले मुझे फसाना चाहते हैं, परंतु मैं इन सब से डरने वाला नहीं और अनुसंधान के बाद जो सच है वह जल्द सामने आ जाएगा।
पुलिस का सहारा लेकर गलत मुकदमा दर्ज करना बंद करें रघुवर दास
वही मौके पर जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा रघुवर दास की सरकार में पुलिस का मनोबल बढ़ गया है। पुलिस बिना जांच पड़ताल के एक साजिश के तहत फुरकान अंसारी साहब के छवि को धूमिल करना चाहती है। सरकार के दबाव में प्रशासन गलत काम कर रहा है। रघुवर दास की सरकार तो 1 महीने की मेहमान है इसलिए प्रशासन को बिना किसी दबाव के काम करना चाहिए। इस राज में लाठी डंडा मारपीट गोलियां एवं साजिश के तहत सरकार काम कर रही है। बेहतर होगा रघुवर दास थाना में भाजपा कार्यालय का बोर्ड लगा दें, परंतु पूरे झारखंड की जनता सब कुछ देख रही है और आने वाले दिनों में इन्हें जरूर सबक सिखाएगी। वही मौके पर उपस्थित कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि फुरकान अंसारी साहब एक सम्मानित नेता हैं और उनके विरुद्ध बिना किसी जांच के एफआईआर करना यह साफ दिखलाती है रघुवर दास की सरकार इनसे डर गई है और उन्हें एक साजिश के तहत फंसाना चाहती है। थाना बीजेपी की कठपुतली बनकर रह गई है और उनके इशारे पर काम कर रही है।
उधर मौके पर एसडीपीओ और सीओ ने पहुंचकर जामताड़ा जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा दिए गए मेमोरेंडम को लिया और भरोसा दिलाया कि आगे इस प्रकार की घटना दोबारा नहीं होगी। पूरे मामले का उचित अनुसंधान किया जाएगा। इस मौके पर मुक्ता मंडल, दीपिका बेसरा, प्रभु मंडल, जोगेश्वर मिश्रा, विनोद छतरी, आरसी राजू दत्ता, रूपेश यादव, सुधीर किस्कू, परिमल मंडल, अरुण दास, जियाराम हांसदा, मंतोष दाउद, अंसारी, जलालुद्दीन अंसारी, बापी मंडल, अभय पांडेय, अमीत सुमन, मिस्त्री टुडु, राजकुमार दास, बसंती सोरेन, निरुती सोरेन, रमापति, ब्लू देवी, चपती देवी, ठाकुरान, जियामनी हांसदा, मनोरंजन मंडल, सचिन दास, राहुल दास, तपन दास, मुन्ना खान, चिराउद्दीन अंसारी, रऊफ अंसारी, अताउल अंसारी, देवानंद सिंह, कमल महतो, ब्लू चक्रवती, कलसी देवी,
प्रकाश मंडल, विनोद मंडल सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।