झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदाता उत्साहित नजर आ रहे हैं। वे खुद तो मतदान कर ही रहे और लोगो को भी इस ओर जागरूक कर रहे है । कई मतदान केंद्रों पर सेल्फी जोन बनाये गए हैं जहाँ मतदाता अपने द्वारा मतदान करने के बाद सेल्फी लेते दिख रहे हैं साथ ही सोशलमीडिया पर अपने फोटोज पोस्ट करते नजर आ रहे है।
जागरूक मतदाता को समानित करते हुए कई मतदान केंद्रों पर जिन्होंने सबसे पहले आकर वोट दिया उन्हें प्रशासन द्वारा जागरूक मतदाता सम्मान पत्र भी दिया गया।
तीसरे चरण में हो रहे 17 विधानसभा सीटों पर अभी 11 बजे तक कुल 29.82% मतदाता वोट कर चुके है । इन सभी विधानसभा क्षेत्रो में अभी तक प्राप्त आकड़ों से निम्न मतदान प्रतिसत प्राप्त हुए है।
17 विधानसभा सीटों पर अभी 11 बजे तक कुल 29.82% मतदाता वोट कर चुके है । इन सभी विधानसभा क्षेत्रो में अभी तक प्राप्त आकड़ों से निम्न मतदान प्रतिसत प्राप्त हुए है।
सभी सीटों पर मतदान % बताने से पहले रामगढ़ से एक बड़ी खबर
चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर स्लिप पर बनाए गए क्यूआर कोड पर अब राजनीति शुरू हो गई है। रामगढ़ विधानसभा कई बूथों पर क्यूआर कोड के स्कैनिंग में मतदाताओं को हो रहे विलंब को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।
रामगढ़ शहर के बूथ संख्या 32, 51, 47, 117, 54, 63, 35 आदि पर लगी लंबी कतार लोगों की परेशानी का सबब बनती जा रही है। पहले मतदाता वोट देने के लिए लाइन लगाते थे लेकिन इस बार मतदाता पर्ची का सबसे पहले एप्प स्कैनिंग कराना भारी पड़ता जा रहा है।
भाजपा के वरीय नेता संजय सिंह और पार्टी उम्मीदवार रणंजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने इस बारे में जिला निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह से शिकायत की है। संजय सिंह ने डीसी से कहा कि बूथ पर मतदाताओं को बेवजह परेशान किया जा रहा है, जिसकी वजह से लोग बिना वोट डाले ही वापस जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि बूथ संख्या 51 पर मौजूद बीएलओ एक खास दल के लोगों को पहचान कर उनकी वोटर स्लिप स्कैन कर रहे हैं । किसी साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है। उस मतदान केंद्र पर बीएलओ अप्रशिक्षित है। इसलिए वहां प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है।
इधर बूथ संख्या 51 के मतदान निशांत चौहान, उनकी मां सुनीता सिंह और पत्नी सांवली सिंह बीएलओ की इसी लापरवाही की वजह से बिना वोट डाले ही लौट गए। निशान ने बताया कि वे सुबह 7:00 बजे ही बूथ पर पहुंच गए थे।
वहां उनके वोटर स्लिप स्कैनिंग में ही 2 घंटे लगा दिए गए। इतनी देर खड़े होने में उनकी मां और पत्नी की तबीयत बिगड़ गई । ऐसी हालत में वे मतदान नहीं कर पाएंगे।
निशांत ने कहा कि पहले जल्दी उठकर मतदान करने के लिए ही वे लोग बिना खाए पिए ही बूथ पर पहुंच गए थे ताकि कतार में पहले लेकर वोट डाल सकें। इसके बावजूद यहां बीएलओ की लापरवाही और प्रक्रिया की जटिलता ऐसी हो गई है कि वे वोट नहीं डाल सके।