[वार्ता स्पेशल]: [रिपोर्ट सतीश सिन्हा की] बिहार विधानसभा का चुनाव रोमांचक होने वाला है क्योंकि यह चुनाव एक ओर दो समाधियों के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बनने वाली है वहीं दूसरी ओर एक ही परिवार के दो बहनों के बीच भी होने की चर्चा है। इसके लिए राजनीतिक ताना-बाना शुरू हो गया है एक ओर रांची जेल में सजायाफ्ता पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू खेमे की ओर से आरजेडी के फिलहाल के सुप्रीमो तेजस्वी यादव के द्वारा राजनीतिक बिसात लालू के इशारे पर बिछने लगी है वहीं दूसरी तरफ फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल में ही रहे पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय के पुत्र चंद्रिका राय भी समधी के खिलाफ ताल ठोकने में लग गए हैं और राजनीतिक बिसात बिछनी शुरु हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों परिवारों की राजनीतिक रिश्तेदारी परिवारिक रिश्तेदारी में बदलने के बाद चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय के मामले में हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद परिवारिक संबंधों में कड़वाहट का असर राजनीति पर भी पड़ने वाला है। इसका वजह यह बताया जा रहा है कि लालू यादव के समधी चंद्रिका राय राष्ट्रीय जनता दल के एमएलए रहते हुए अब समधी लालू यादव से काफी खफा है और अपना राजनीतिक दमखम लालू यादव को दिखाने की ठान चुके हैं।
साथ ही वे जल्द ही एनडीए में भी शामिल हो सकते हैं।
खबर है कि चंद्रिका राय इस चुनाव में वह आरजेडी के खिलाफ लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने अपने खास प्रभाव वाले क्षेत्र सारण में लालू के लिए मुश्किलें पैदा करने की जुगत भिड़ा रहे हैं। खबरों के अनुसार चंद्रिका राय अपनी बेटी और लालू यादव की बड़ी बहू ऐश्वर्या राय को इस बार विधानसभा का चुनाव में मौका देने के मूड में है और तो और वह लालू यादव के परिवार के उम्मीदवार के खिलाफ ही ताल ठोकेंगी।
इधर दूसरी ओर चंद्रिका राय से बढ़ते राजनीति खतरे की भनक लगते ही राजद के धरातल के सुप्रीमो तेजस्वी यादव इसकी काट निकालने की जुगत में भिड़ गए हैं। खबर यह है कि इसके पहले ही तेजस्वी यादव चंद्रिका राय के बड़े भाई की बेटी ऐश्वर्या राय की बहन करिश्मा राय को अपने खेमे में शामिल करने की तैयारी में है। खबर यह है कि यह गुरुवार की रात ही हो सकती है और ऐश्वर्या की काट में करिश्मा को उसके खिलाफ उतारेंगे।