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जमशेदपुर:पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने सरकारी कार्य विभागों की निविदा प्रक्रिया पर प्रश्नचिन्ह लगाया और उनमें अनियमितता व्याप्त होने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखते हुए विधायक सरयू राय ने पूर्ववर्ती सरकार निविदा प्रणाली को खारिज करने का आग्रह किया है।
सीएम हेमंत को लिखे पत्र में विधायक सरयू राय ने निविदा प्रक्रिया की तमाम विसंगतियों पर प्रकाश डाला है। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा कि सरकार के किसी विभाग में निविदा का निष्पादन करने की प्रक्रिया पूर्व निर्धारित हो जाती है कि यह निविदा किसके पक्ष में निष्पादित होनी है और तो और कौन-कौन संवेदक को निविदा डालने का मौका मिलेगा। पहले से ही निर्धारित संवेदक को ही निविदा डालने का मौका उपलब्ध हो जाता है।
उन्होंने ऐसी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि आम तौर पर निविदा निष्पादन दर निविदा के प्राक्कलन दर से ज्यादा रहती है। यदि पसंदीदा संवेदक की वित्तीय क्षमता प्राक्कलित दर के अनुरूप नहीं रहती है, तो उसकी मदद में प्राक्कलित दर घटा दिया जाता है और पसंदीदा संवेदक के पक्ष में निर्णय हो जाने के बाद कार्य अवधि में किसी न किसी बहाने प्राक्कलित दर में वृद्धि कर दी जाती है। इस स्थिति में यदि कोई संवेदक इस प्रक्रिया को चुनौती देकर निविदा भाभी लेता है तो उसके सामने कठिनाइयों काम बार खड़ा हो जाता है ऐसी स्थिति में उसकी सांप छुछूंदर की हालत हो जाती है। हालात ऐसे हो जाते हैं कि या तो उसे काम छोड़ने पर विचार करना पड़ता है या जबरन थोपी गई शर्तों को मानना उसकी मजबूरी हो जाती है।
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