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पार्टी और चुनाव चिन्ह पर कब्जे को लेकर आर-पार की जंग शुरू
एजेंसी: महाराष्ट्र सियासत में एक से बढ़कर एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। जिसमें शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट को एक के बाद एक झटके मिलते नजर आ रहे हैं। चर्चा है कि अब शिवसेना कौन असली और नकली की लड़ाई सड़कों पर आ गई है।ठाणे जहां शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे का दबदबा माना जाता है। वहां एकनाथ शिंदे को बाला साहब ठाकरे के असली विरासत को आगे बढ़ाने का दावेदार बताते हुए पोस्टर जारी हो गया है चारों तरफ उनके पोस्टर लगाए गए हैं और इसे ही असली शिवसेना बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि शिंदे के समर्थन में 60 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे ने 50 से अधिक विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया है। वहीं दूसरी ओर और एक खबर ने हलचल मचा दी है। जिसमें सूत्रों का कहना है कि ठाणे के पार्षदों से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट का समर्थन टूट चुका है। जिससे संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है लेकिन किसी भी पार्षद से संपर्क नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि ठाणे के पार्षदों का भी समर्थन एकनाथ शिंदे को मिल रहा है।
वहीं दूसरी ओर खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र की सियासत में हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच एकनाथ शिंदे गुट के द्वारा शिव सेना के असली चुनाव चिन्ह तीर धनुष पर भी चुनाव आयोग के समक्ष दावा ठोका जा सकता है। शिंदे गुट के विधायकों को अपना नेता चुन लिया है और सभी फैसले लेने के लिए उन्हें अधिकार दे दिया है। जिसके बाद एकनाथ शिंदे के द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को 37 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र सौंपा है। एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जल्द में राज्यपाल से मिलेंगे।इस पत्र की प्रतिलिपि डिप्टी स्पीकर को सौंपी है।
वहीं एक अन्य खबर के मुताबिक सीएम उधव ठाकरे ने सभापति को पत्र लिखते हुए बैठक में अनुपस्थित रहने वाले एकनाथ शिंदे समेत 12 विधायकों के निलंबन की मांग की है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। हम भी कानून जानते हैं। शिंदे ने कहा कि लोकतंत्र में नंबर के बहुत मायने है। हमने कुछ गलत नहीं किया है। वे हमें गलत नहीं ठहरा सकते नोटिस से डराने की कोशिश की जा रही है। चुनाव चिन्ह पर भी जल्द ही फैसला लेंगे।उन्होंने मीडिया से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी के इस मामले में कोई रोल ना होने की बात कही है।
इधर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि इन सब के पीछे भाजपा का हाथ है। आंकड़ा कभी स्थिर नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि केंद्र का एक मंत्री शरद पवार को धमकी दे रहा है। महा विकास आघाडी कि सरकार बचा लेंगे तो देख लेंगे यह धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी देख लीजिए। शिवसेना का आगे का एक्शन प्लान कानून के मुताबिक होगा। 12 विधायकों ने जिन्होंने बगावत की है उनके खिलाफ सभापति के पास शिकायत की गई है। उनको अयोग्य ठहराने की मांग की गई है। अब लड़ाई कानूनी हो जाएगी।
वहीं धीरे-धीरे और भी विधायकों के शिंदे गुट से जुड़ने के लिए निकल पड़े हैं और यह सिलसिला जारी है। बताया जा रहा है कि उद्धव गुट के विधायक भास्कर काफी संपर्क टूट गया है। पांच और निर्दलीय विधायकों के गुवाहाटी पहुंचने की संभावना है।
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