एजेंसी: लद्दाख के गलवान घाटी में बीते सोमवार की रात्रि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के 3 दिन बाद पीटीआई के मुताबिक चीन ने दो मेजर समेत 10 भारतीय जवानों को भारत और चीन की उच्चस्तरीय बातचीत के बाद रिहा किया है। जिन्हें बंधक बनाया गया था। जबकि सेना की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान अब तक जारी नहीं करने की खबर है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प में चीनी सेना ने दो मेजर समेत भारतीय सेना के 10 जवानों को बंधक बना लिया था।
जबकि भारतीय सेना की ओर से गुरुवार को यह बयान आया था सोमवार की रात यह भारतीय चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं है लेकिन सेना की ओर से यह बयान नहीं जारी किया गया है कि कोई जवान बंधक बनाया गया था या नहीं, लेकिन पीटीआई के मुताबिक, चीनी सेना ने दो मेजर समेत 10 जवानों को बंधक बनाया था, जिन्हें तीन दिन बाद रिहा करा लिया गया है।
बता दें कि गलवान घाटी में ही 1962 में युद्ध के दौरान चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों को बंदी बनाया था।इस युद्ध में करीब 30 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और दर्जनों जवानों को चीनी सेना ने पकड़ लिया था। जिन्हें बाद में रिहा कराया गया था।
15 जून की रात को भारतीय सेना का एक दल गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट-14 पर चीनी सेना से बात करने गया था. इस दौरान घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना के दल पर हमला कर दिया. इस खूनी झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद गए, जबकि चीन को भी भारी नुकसान हुआ था.
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