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Tuesday, March 28, 2023

स्कूटी के धक्के से बेटे की मौत, डेढ़ वर्ष से मुआवजे की आस में मां पिता, कोरोना काल में भूखमरी से बचा सकते हैं सीएम

[जमशेदपुर:][ रिपोर्ट सतीश सिन्हा की] बिष्टुपुर थाना अंतर्गत झारखंड शिक्षा परियोजना के कार्यालय के पास 7 जनवरी 2019 को खड़ी मोटरसाइकिल पर बैठे जुस्को के ठेका मजदूर स्नेहश डे को स्कूटी चालक जिस पर और एक युवती सवार ने जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में स्नेहश डे 24 वर्षीय परसुडीह थाना क्षेत्र मखदुमपुर दो नंबर बस्ती निवासी की मौत हो गई। उस वक्त यूनियन और अन्य ने उनके परिजनों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था लेकिन लगभग डेढ़ वर्ष बीत चुके हैं ना तो उन्हें बीमा की राशि मिली ना ही कंपनी से मुआवजा। किराए के मकान में रह रहे मां पिता एकलौता कमाने वाले पुत्र के मौत से कोरोना काल भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।उनका कहना है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले में पहल कर उन्हें भूखमरी से बचा सकते हैं।

मृतक स्नेहश डे के पिता 55 वर्षीय कमलेश डे और मां 50 वर्षीय कृष्णा डे के अनुसार 24 वर्षीय स्नेहश डे जुस्को में मान इंटरप्राइजेज के ठेकेदार घनश्याम के यहां ठेकेदारी में काम करता था। 7 जनवरी 2019 को रात में लगभग 9 बजे कंपनी के काम से बाहर निकला था। वह बिष्टुपुर थाना अंतर्गत धातकीडीह जाने वाले रोड स्थित झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय के पास सीडी डीलक्स हीरो मोटरसाइकिल संख्या (Jh 05 BN 6258) को खड़ा कर उस पर बैठकर किसी की प्रतीक्षा कर रहा था । इसी बीच उसे एक स्कूटी संख्या (Jh 05 BN 5944) पर चालक और एक युवती सवार थी। उसने जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में सीडी डीलक्स पर बैठे स्नेहश डे की मौत हो गयी ।साथ ही इस घटना में स्कूटी सवार भी गिरकर बुरी तरह घायल हो गया और उस पर बैठी युवती भी घायल हो गई उसने अपने परिजनों को बुलाया।

दूसरी ओर घटना के प्रत्यक्षदर्शी गवाह मुशर्रफ अंसारी पिता नसरत अंसारी 23 ए ब्लॉक लाइन नंबर धातकीडीह बिष्टुपुर थाना क्षेत्र निवासी का कहना था कि 7 जनवरी 2019 को वह अपने आवाज से पैदल रात्रि 9 बचकर 20 मिनट पर ब्लड बैंक बिस्टुपुर एक दोस्त से मिलने गया था। इसी दौरान झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय बिष्टुपुर धातकीडीह रोड की तरफ एक खड़ी मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था। जिसका गाड़ी का नंबर ( जे एच 05 बीएन 6258) था। इसी बीच स्कूटी संख्या (जेएच 05 ए जेड 59 44) के चालक ने काफी तेजी व लापरवाही से एक स्कूटर को धक्का मारा इसके बाद मेरे शरीर से हल्का टकराते हुए आगे मोटरसाइकिल जो खड़ा था उस पर बैठे व्यक्ति को जोरदार धक्का मारा तो स्कूटी और मोटरसाइकिल दोनों सवार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होकर रोड पर छटपटाने लगे स्कूटी पर बैठी लड़की को भी आंशिक चोट आई थी जो कि अपने परिजनों को फोन कर बुलाई। इसी बीच मैंने अपने कुछ दोस्तों को धातकीडीह से बुलाया और हम लोगों ने मिलकर घायलों को टेंपो से टीएमएच पहुंचाया। साथ ही फोन से इस संदर्भ में बिष्टुपुर पुलिस को सूचित किया। उक्त घटना इस समय मैं घटनास्थल पर मौजूद था। घटना में स्कूटी चालक ने तेजी व लापरवाही से स्कूटी चलाई जिसके कारण यह दुर्घटना हुई और इलाज के दौरान मोटरसाइकिल पर बैठे घायल युवक की मौत हो गई। इस संदर्भ में बिष्टुपुर थाना में 8 जनवरी 2019 को कांड संख्या 08/19 प्राथमिकी दर्ज है।

इधर दूसरी ओर कमलेश डे ने बताया कि उस भक्त यूनियन के साथ मुआवजा हेतु ठेकेदार से मांग की गई थी लेकिन अब तक ना तो मुआवजा मिला ना बीमा ना ही किसी तरह की सहायता अब कोरोना काल में उनके परिवार को भूखमरी से सीएम हेमंत सोरेन ही बचा सकते हैं।

इधर दूसरी और कमलेश डे का यह भी कहना है कि ना ही जुस्को के ठेकेदार से मदद मिली ना ही उस समय के तत्कालीन झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला प्रवक्ता गुरमीत सिंह से मदद मिली और ना ही कंपनी यूनियन से मदद मिली जबकि सबसे लिखित गुहार लगाई गई थी।

थाना में दर्ज कांड की प्राथमिकी और प्रत्यक्षदर्शी घटनाक्रम के गवाह के एफिडेविट में परस्पर विरोधाभास

उस समय बिष्टुपुर थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक मोहम्मद समीर खान के बयान पर जो प्राथमिकी बिष्टुपुर थाना में दर्ज की गई है उसमें उन्होंने कहा है कि 7 जनवरी 2019 को संध्या गस्ती में था। इसी बीच रात 9 बजकर 30 मिनट पर ब्लड बैंक होते हुए बिष्टुपुर होते हुए धातकीडीह की ओर जा रहा था इसी दौरान देखा कि एक स्कूटी और सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक अपने अपने गाड़ी को काफी तेजी और लापरवाही से चलाते हुए एक दूसरे के गाड़ी को आमने-सामने धक्का मारा। जिससे बाइक चालक और स्कूटी चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इस घटना की सूचना पाकर पीसीआर 6 की गाड़ी पहुंच गई। जिसके द्वारा दोनों जख्मी को इलाज के लिए टीएमएच भेज दिया गया और क्षतिग्रस्त स्कूटी नंबर (जे एच 05 ए जेड 5944) और सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल नंबर (जे एच 05 बीएन 6258) थाना परिसर लाया गया। बाद में जानकारी मिली कि मोटरसाइकिल सवार की मौत हो गई। घटना मोटरसाइकिल सवार और स्कूटी सवार दोनों के द्वारा तेजी व लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हुई है। स्कूटी चालक गंभीर रूप से घायल का इलाज मेडिका में चल रहा था।

इधर दूसरी और घटना के प्रत्यक्षदर्शी गवाह मुशर्रफ अंसारी पिता हसरत अंसारी 23 ए ब्लॉक लाइन नंबर धातकीडीह बिष्टुपुर थाना क्षेत्र निवासी का कहना है कि 7 जनवरी 2019 को वह अपने आवास से पैदल रात्रि 9 बजकर 20 मिनट पर ब्लड बैंक एक दोस्त से मिलने गया था इसी दौरान झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय बिष्टुपुर धातकीडीह रोड की तरफ एक मोटरसाइकिल खड़ा कर मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति बैठा था।। इसी बीच एक स्कूटी संख्या (जे एच 05 ए जेड 5944 )के चालक ने काफी तेजी व लापरवाही से पहले एक स्कूटर को धक्का मारा। इसके बाद मेरे शरीर से हल्का टकराते हुए आगे मोटरसाइकिल जो खड़ा था उस पर बैठे व्यक्ति को जोरदार धक्का मारा तो स्कूटी और मोटरसाइकिल सवार दोनों व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए और रोड पर छटपटाने लगे। स्कूटी पर लड़की जो पीछे बैठी थी वह भी घायल हो गई उसने अपने परिजनों को फोन कर बुलाया और मैं और मेरे कुछ साथी जो धातकीडीह के निवासी है ने मिलकर मोटरसाइकिल पर बैठे युवक, स्कूटी चालक और इस पर बैठे लड़की को रोड से उठाया टेंपो द्वारा टीएमएच पहुंचाया और फोन से बिष्टुपुर पुलिस को घटना के संबंध में बताया। यह घटना उनकी आंखों देखी है घटनास्थल पर वह स्वयं मौजूद थे उक्त घटना में स्कूटी संख्या (जेएच 05 ए जेड 5944) के चालक के द्वारा तेजी व लापरवाही से स्कूटी चलाने के कारण घटना हुई और मोटरसाइकिल पर बैठे घायल युवक की टीएमएच में इलाज के दौरान मौत हो गई। यह उक्त शपथ नामा मैंने स्वेच्छा पूर्वक समाज हित को देखते हुए बिष्टुपुर थाना कांड संख्या 08/19 अनुसंधानकर्ता को दिया हूं।

दूसरी ओर थाना में दर्ज तत्कालीन एएसआई का बयान गले से नीचे नहीं उतर रहा है क्योंकि मृतक स्नेहश डे के मोटरसाइकिल में केवल फुटरेस को नुकसान हुआ था और गाड़ी अभी तक सही सलामत है। जबकि सीधे आमने सामने टक्कर में गाड़ी को काफी नुकसान होता है।

वहीं कर्मचारी राज्य बीमा निगम से बीमित व्यक्ति स्वर्गीय स्नेहश डे बीमा संख्या 6016 335 322के मामले में शाखा कार्यालय द्वारा प्रेषित दुर्घटना रिपोर्ट जांच रिपोर्ट तथा उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर अपर आयुक्त से क्षेत्रीय निदेशक ने मामले को रोजगार चोट के रूप में अस्वीकार कर दिया है जिससे इस परिवार को हित लाभ नहीं मिला और यह परिवार भूखमरी के कगार पर है।

बहरहाल इस परिवार को अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मदद की आस है इसके लिए वे सीएम से गुहार लगाने की बात कर रहे हैं।

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