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Saturday, April 1, 2023

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में 60 टीमें लगी,पता बताने वाले को डीजीपी ने ढाई लाख इनाम देने का किया ऐलान

एजेंसी : कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर सनसनी फैलाने के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने शिकंजा कसने के लिए उसको पकड़वाने वालों के लिए इनाम की राशि अब ढाई लाख रुपए कर दी है। साथ ही पता बताने वाले का नाम गुप्त रखने की भी बात करनी है।

डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने यह घोषणा करते हुए बताया कि विकास दुबे के खिलाफ आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में कानपुर के चौबेपुर थाना में क्राइम संख्या 192/2020 में केस दर्ज है।

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बता दें कि विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी विकरू थाना, चौबेपुर पर पहले 25 हजार का ईनाम था, जिसको बढ़ाकर 50 हजार, 1 लाख और अब 2.5 लाख किया गया है। 50 हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

खबरों के अनुसार आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखते हुए फाइल डीजीपी कार्यालय भेजी थी। आईजी रेंज ने डीजीपी को इनाम बढ़ाने के लिए संस्तुति की थी। डीजीपी ने कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे कांड के मुख्य आरोपी पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। मोस्ट वांटेड ढाई लाख के इनाम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए 60 टीमों में 900 पुलिस जवान लगाए गए हैं। मंडल स्तर पर पुलिस की 40 टीमों को लगाया गया है, जबकि मुख्यालय स्तर से भी 20 टीमों को मोस्टवांटेड विकास दुबे की तलाश में लगाया गया है। इसमें एसटीएफ की भी छह टीमेंं शामिल हैं।

बता दें कि कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांंव में दो व तीन जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस की टीम पर सुनियोजित साजिश के तहत हमला हुआ था। इस हमले में सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या हुई थी। जबकि मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी भी प्रदेश की पुलिस को चकमा देकर फरार है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने विकास दुबे के जगह-जगह पर पोस्टर्स लगवाए हैं। इनमें टोल प्लाजा के साथ ही प्रदेश के बार्डर पर भी जगह-जगह विकास दुबे के पोस्टर्स लगे हैं।

इधर खबरों के अनुसार हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे की जिला पंचायत सदस्य पत्नी रिचा पर भी जांच टीमों ने शिंकजा कस दिया है। वही पुलिसिया जांच के दौरान उसके परिवार के सदस्यों की भी भूमिका संदिग्ध लग रही है। जबकि उसकी पत्नी भी फरार बतायी जा रही है।

खबरों के अनुसार विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे के मोबाइल से गांव का सीसीटीवी कनेक्ट रहता था।जब भी पुलिस विकास को पकड़ती थी, वह क्लिप को सोशल मीडिया पर वायरल कर देती, ताकि पुलिस विकास दुबे का एनकाउंटर न कर सके। पुलिस ने रिचा दुबे का मोबाइल जब्त कर लिया है।

बता दें कि विकास की पत्नी रिचा समाजवादी पार्टी के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य है। कानपुर में जिला पंचायत सदस्य रिचा ऋचा बच्चों के साथ लखनऊ में कृष्णानगर के चंद्रलोक कॉलोनी में रहती थी।

इधर खबरों के अनुसार पुलिस की पैनी नजर विकास दुबे के करीबियों के मोबाइल पर हैं और उससे जुड़े हर व्यक्ति पर पुलिस की निगाह है।

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