हजारीबाग:- झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन का नवम प्रांतीय अधिवेशन 06 जुलाई दिन रविवार को राजविलास रिसॉर्ट,गोविंदपुर, धनबाद में सम्पन्न हुआ। इस ऐतिहासिक अधिवेशन में झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों से 600 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन गाड़ोदिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उद्घाटन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार केडिया द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी एवं प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल, झारखंड दिगम्बर जैन न्यास बोर्ड के अध्यक्ष तारा चंद जैन तथा धनबाद के सांसद ढुलू महतो की गरिमामयी उपस्थिति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। अधिवेशन में झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी फेडरेशन (सम्मेलन) द्वारा हजारीबाग के सुमेर सेठी को “प्रांतीय उपाध्यक्ष” मनोनीत किया गया है। यह घोषणा प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल तथा प्रांतीय महामंत्री बिनोद जैन द्वारा सुमेर सेठी को सम्मानित कर की गयी।

फेडरेशन द्वारा पहली बार हजारीबाग के किसी व्यक्ति को यह प्रांतीय स्तर का सम्मानित पद प्रदान किया गया है। ज्ञातव्य है कि सुमेर सेठी पिछले कई वर्षों से जिला अध्यक्ष का पदभार संभाले हुए हैं। पिछली कमेटी 2022 – 24 द्वारा भी इन्हें प्रमंडलीय उपाध्यक्ष बना कर सम्मानित किया गया था। नयी गठित कमेटी 2025 – 27 द्वारा सुमेर सेठी को प्रोन्नत कर प्रांतीय उपाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गई है। अखिल भारतीय मारवाड़ी फेडरेशन द्वारा भी इन्हें “राष्ट्रीय समिति” का सदस्य बनाया गया है। मारवाड़ी फेडरेशन (सम्मेलन) मारवाड़ी समाज की शीर्ष अखिल भारतीय संस्था है। इसके सदस्य मारवाड़ी समुदाय के सभी अग्रवाल, जैन, खंडेलवाल, महेश्वरी, ब्राह्मण, सोनी इत्यादि लोग होते हैं। सुमेर सेठी ने अपने कार्यकाल में काफी सामाजिक कार्य किए हैं। विभिन्न प्रकार के निःशुल्क मेडिकल जांच कैंप इनके नेतृत्व में लगाए गए हैं। जिसका लाभ काफी लोगों ने उठाया है। संपूर्ण मारवाड़ी समाज को एकजुट करने के लिए भी कई कार्य किए गए, जिसमें सावन माह में “कांवड़ यात्रा” तथा प्रतिवर्ष होने वाला “पारिवारिक मिलन समारोह” मुख्य हैं।
प्रांत में पहली बार और एकमात्र “नारी शक्ति” शाखा का गठन हजारीबाग जिला में इनके कार्यकाल में ही किया गया है। सुमेर सेठी ने देश की प्रतिष्ठित कोलकाता पिंजरापोल सोसायटी की 130 वर्ष पुरानी “हजारीबाग गौशाला” के 2011 से 2021 तक पांच वर्ष “सचिव” एवं पांच वर्ष “कार्यकारी अध्यक्ष” के रूप में सफलता पूर्वक जिम्मेदारी निभायी है और इसे नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया है। ये राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की आनुषंगिक इकाई “सेवा भारती” के जिला अध्यक्ष तथा “संरक्षक” के रूप में भी कार्य किए हैं।
