एजेंसी: हमास और इज़राइल के बीच जारी जंग से एक दिल रहने वाली खबर आ रही है। जिसे दुनिया के और देश भी प्रभावित होने लगे हैं। खबर है कि हमास के हमले में 10 नेपाली छात्रों की मौत हो गई है। इजराइल में नेपाली दूतावास ने इस बात की पुष्टि की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने शनिवार सुबह इजरायल के दक्षिण में हवा, भूमि और समुद्र से अचानक हमला कर दिया था।इजरायल में सैनिकों समेत कम से कम 600 इजराइली मारे गए हैं और 2000 से अधिक घायल हुए हैं। इसे बीते 50 साल में देश में हुआ सबसे भीषण हमला कहा जा रहा है। इजरायल के जवाबी हमले में गाजा पट्टी में लगभग 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब 2000 घायल हुए हैं।
नेपाल के विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार ‘सीखो और कमाओ’ कार्यक्रम के तहत 17 नेपाली छात्र दक्षिणी इजरायल के कुबुज अलुमिम में रह रहे थे। उनमें से दो छात्र सुरक्षित निकलने में सफल रहे और तीन छात्र घायल हो गए. विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि घायल नेपाली छात्रों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.फिलहाल 4,500 नेपाली इजराइल में काम कर रहे हैं. वहीं 265 नेपाली छात्र ‘सीखो और कमाओ’ योजना के तहत विभिन्न कृषि कंपनियों में काम कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने हमास आतंकवादी समूह द्वारा इजरायल में किए गए हमले की कड़ी निंदा की है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नेपाल सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है।
मंत्रालय के अनुसार, नेपाल सरकार ने विदेश मंत्री नेपाल के विदेश मंत्री एन. पी. सऊद की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है जिसका उद्देश्य इजरायल में मौजूद नेपाली नागरिकों को बचाना है. सऊद ने रविवार को संसद को बताया, ‘समिति लगातार स्थिति की निगरानी करेगी, नेपाली नागरिकों के सामने आने वाली स्थितियों का मूल्यांकन करेगी, बचाव कार्यों के संबंध में आवश्यक निर्णय लेगी और प्रभावी ढंग से समन्वय एवं सहयोग करेगी।’