अजीत कुमार रंजन
बिशुनपुरा(गढ़वा):- छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी तक का सबका कमीशन भेंडर द्वारा ही काट लिया जाता है- जवाहर कुमार सिंह
जिसे लेकर योजना अध्यक्ष है काफी परेशान, अनुमंडल पदाधिकारी को दिया लिखित आवेदन।
आपको बताते चलें कि पिपरी कला पँचायत में 15वीं वित योजना से बनने वाला पीसीसी पथ कामाख्या नारायण सिंह के घर से रविंद्र सिंह के घर तक बना है। जिस योजना के अध्यक्ष जवाहर सिंह ने कमीशन लेने का आरोप लगाया है। वहीं योजना लागत 249000 रु का है।
योजना के अध्यक्ष जवाहर सिंह ने बंशीधर नगर अनुमंडल पदाधिकारी रतन सिंह को भेंडर से पैसे दिलवाने एवम कार्यवाई के लिए आवेदन दिया है।
आवेदन में दर्शाया गया है की बिशुनपुरा प्रखंड के पूर्व जेई सह बीपीओ मनोज कुमार गुप्ता के द्वारा अपने ही परिजन भेंडर जय भोले नाथ ट्रेडर्स में योजना की 1 लाख 77 हजार सात सौ रुपये डलवाया गया।
जिसके बाद जेई सह बीपीओ मनोज कुमार ने 1 लाख 10 हजार रुपये का मटेरियल योजना लाभुक को दिया।
योजना में बकाया राशी जेई मनोज कुमार से मांगने पर बताया गया की योजना अंर्तगत जेई, बीपीओ, ग्रामसेवक, कौडिनेटर के नाम पर 5 प्रतिशत कमीशन कट गया है और बोला गया कि अब आपका पैसा नही मिलेगा।
योजना में बिशुनपुरा प्रखंड के पूर्व जेई मनोज कुमार जो बिशुनपुरा प्रखंड में जेई एवम बीपीओ के पोस्ट पर थे। उनके सगे भाई जय भोले नाथ ट्रेडर्स भेंडर के खाता में दो बार पैसा गया था। जो भेंडर की पूरी हिसाब जेई मनोज कुमार ही देखते है।
वही योजना के अध्यक्ष जवाहर सिंह ने जेई मनोज कुमार पर आरोप लगाया की पैसे का हिसाब करवाने पर योजना में पीसी बताया गया है।
1.मनोज कुमार जेई एमबी बनाने के लिए 12500 रु
2.पंचायत सेवक के लॉगिन से पैसा छोड़ने का कमीशन 12500 रु
3.ऐई एमबी को टीएस के लिए 5000 रु
4 कॉर्डिनेटर पैसा छोड़ने में पीसी 5000₹
5. भेंडर कमीसन 6500₹
6. बीडीओ एमबी ईशु करने में पीसी 4000 रुपए काटा गया है।
वही इस योजना में बालू सफ्लायर जय सिंह ने भी बालू का बकाया राशि आवेदन देकर पैसा दिलाने की मांग बंशीधर नगर एसडीओ से की है।
इस संबंध में पूछे जाने पर कनीय अभियंता मनोज कुमार गुप्ता द्वारा बताया गया कि मेरा कोई भी परिजन इस योजना में वेंडर नहीं है। उस योजना में मुखिया के द्वारा मापी पुस्तिका मुहैया कराई गई है और मापी के बाद मापी पुस्तिका उन्हें लौटा दिया गया है। कुछ लोग हमें डरा- धमका रहे हैं और पैसा मांग रहे हैं जिसकी सूचना हम वरीय पदाधिकारी को करेंगे।