नई दिल्ली: दिल्ली के वसंत कुंज स्थित एक प्रतिष्ठित आश्रम से बड़ा मामला सामने आया है। यहां पढ़ रही छात्राओं ने जब आश्रम संचालक की गंदी करतूतों का पर्दाफाश किया, तो संस्थान में हड़कंप मच गया। शिकायत मिलते ही आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी आश्रम छोड़कर फरार हो गया।
जानकारी के मुताबिक, इस आश्रम में मैनेजमेंट कोर्स (PGDM) कराया जाता है और यहां करीब 35 से अधिक छात्राएं पढ़ाई कर रही थीं। इनमें से 17 छात्राओं ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि स्वामी चैतन्यानंद लगातार उनसे अश्लील भाषा का प्रयोग करता था, आपत्तिजनक संदेश भेजता था और कई बार जबरन शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश करता था।
पीड़िताओं का यह भी आरोप है कि आश्रम की कुछ महिला फैकल्टी और एडमिनिस्ट्रेशन स्टाफ स्वामी का साथ देते थे और छात्राओं पर दबाव डालते थे कि वे उसकी मांगें मानें। यहां तक कि कुछ वॉर्डन छात्राओं को स्वामी से मिलने के लिए मजबूर करती थीं।
श्री शृंगेरी मठ और उसकी संपत्तियों के प्रशासक पी. ए. मुरली की शिकायत पर चैतन्यानंद के खिलाफ यौन शोषण समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। 16 पीड़िताओं के बयान अदालत (पटियाला हाउस कोर्ट) में धारा 164 CrPC के तहत दर्ज हो चुके हैं। अब तक पुलिस 32 छात्राओं के बयान दर्ज कर चुकी है, जिनमें से 17 ने प्रत्यक्ष रूप से छेड़छाड़ और उत्पीड़न की पुष्टि की है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी चैतन्यानंद अपनी महंगी वॉल्वो कार पर फर्जी “UN/एंबेसी” नंबर प्लेट लगाकर घूमता था। उसकी कार पर लिखा गया नंबर “39 UN 1” असली नहीं था। यूएन से मिली रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि ऐसा कोई नंबर कभी जारी ही नहीं हुआ। पुलिस ने फिलहाल कार जब्त कर ली है।
आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। सूत्रों के मुताबिक, उसकी आखिरी लोकेशन आगरा और आसपास के क्षेत्रों में ट्रेस की गई थी।
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने कहा कि छात्राओं की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। सभी एंगल से छानबीन की जा रही है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
उधर, आरोपों के गंभीर होने पर आश्रम प्रशासन ने भी चैतन्यानंद सरस्वती को पद से हटा दिया है।
दिल्ली के नामी आश्रम में गंदे खेल का खुलासा: 17 छात्राओं ने लगाया छेड़छाड़ और शोषण का आरोप, चैतन्यानंद सरस्वती फरार

