सरायकेला/चाकुलिया: पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला-खरसावां जिले में मंगलवार-गुरुवार रात की घटनाओं में हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हुई। पहली घटना चाकुलिया और कानीमहुली स्टेशनों के बीच हुई जबकि दूसरी घटना सीनी-गम्हरिया स्टेशनों के बीच बीरबांस के समीप दर्ज की गई। दोनों घटनाओं में एक निजी कर्मचारी व एक रेलवे इंजीनियर की जान चली गई।
पहली घटना में चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र के कमारीगोड़ा निवासी संतोष दास (34) की गुरुवार रात हावड़ा-राउरकेला वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संतोष पेट्रोल पंप पर काम करते थे और रात में घर से काम पर निकल चुके थे। घटना कैसे हुई, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। स्थानीय जीआरपी ने शव को शुक्रवार सुबह कब्जे में लेकर नज़दीकी घाटशिला अस्पताल भेजकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस पूछताछ कर रही है और घटनास्थल की फोरेंसिक जांच का आदेश दिया गया है।
दूसरी घटना सीनी-गम्हरिया सेक्शन के बीरबांस इलाक़े में हुई, जहाँ पोल संख्या 266 के समीप रेलवे कर्मचारी मनोज दास (45) की वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। मनोज दास देवघर जिले के निवासी थे और छह वर्षों से आदित्यपुर रेलवे स्टेशन के पीडब्ल्यूआई विभाग में इंजीनियर के पद पर तैनात थे। सूत्रों के अनुसार उस वक्त डाउन लाइन पर कार्य चल रहा था और मनोज जिस लाइन पर ड्यूटी पर लगाए गए थे, वहां से दूसरी लाइन पर चले गए, तभी वे तेज रफ्तार वंदे भारत की चपेट में आ गए।
सरायकेला थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि घटना के बाद परिवार को सूचित कर दिया गया है और परिजनों के आने के बाद शव उन्हें सौंप दिया जाएगा। पीडब्ल्यूआई विभाग तथा जीआरपी-आरपीएफ टीम घटनास्थल पर पहुंचकर प्राथमिक जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम व औपचारिकताओं के बाद ही घटना संबंधी विस्तृत कारणों का खुलासा संभव होगा।
रेलवे अधिकारियों ने भी घटना की जानकारी दी है और कहा गया है कि तेज़ रफ्तार ट्रेनें चलाने तथा बनाये गये ट्रैक सुरक्षा मानकों के बीच भी ऑन-ट्रैक कार्यों के दौरान अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार घटनास्थल पर सुरक्षा संकेतनों, शोर-चेतावनी व्यवस्था व कामकाज के दौरान ट्रैक कट-अफ व्यवस्था की भी जांच की जाएगी।
परिजनों व स्थानीय लोगों में शोक व्याप्त है। दोनों घटनाओं से इलाके में सुरक्षा व ट्रैक पर काम करने के तरीकों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस ने कहा है कि जिन लोगों की ड्यूटी ट्रैक पर हो, उनके लिए अतिरिक्त गाइडलाइन व साउंड-एलर्ट व्यवस्था पर भी आगे कदम उठाये जा सकते हैं ताकि ऐसे दुखद हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
झारखंड: वंदे भारत से कटकर रेलवे इंजीनियर समेत 2 की मौत










