छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए हैं। नक्सलियों के हमले में दो जवान घायल हो गए हैं, जिन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि, जवानों के लिए मुठभेड़ स्थल पर हेलीकॉप्टर से पानी और खाना भिजवाया गया है। साथ ही बीजापुर से बड़ी संख्या में जवानों की बैकअप पार्टी को भी भेजा गया है। सुरक्षा बलों ने 3 दिन पहले सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक शुरू किया था। तलाशी अभियान और मुठभेड़ जारी है।
जानकारी के मुताबिक, 22 अप्रैल की सुबह से लगभग 5 हजार से अधिक जवानों ने माओवादी संगठन के बटालियन नंबर-1 के नक्सलियों को घेर रखा है। यह मुठभेड़ उसूर थाना क्षेत्र के कर्रेगट्टा, नडपल्ली, पुजारी कांकेर की पहाड़ी पर जारी है। जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट के जवानों ने मोर्चा संभाला है। अब तक 100 से अधिक आईईडी मिलने की बात सामने आई है, जिन्हें जवानों को निशाना बनाने के मकसद से बिछाया गया था। इलाके में नक्सलियों की बटालियन नंबर 1, 2, समेत अन्य कंपनियां सक्रिय हैं। बताया जा रहा है कि मौके पर 100 से अधिक संख्या में नक्सली मौजूद हैं।
जानकारी के मुताबिक, कररेगुट्टा की पहाड़ियों पर रुक-रुककर फायरिंग हो रही है। नक्सली लीडर हिड़मा, देवा समेत कई बड़े नक्सली लीडर्स की मौजूदगी की सूचना पर ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया गया। पिछले 72 घंटे से भी अधिक समय से पहाड़ी को जवानों ने चारों ओर से घेर रखा है।