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Saturday, April 1, 2023

33 करोड़ कोआपरेटिव बैंक लोन घोटाले मे कैशियर के सहयोगी कौशल कुमार सिन्हा को सीआईडी ने किया गिरफ्तार

सरायकेला: झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाले के मामले में सीआइडी ने तत्कालीन बैंक कैशियर के मुख्य सहयोगी कौशल कुमार सिन्हा को शनिवार को गिरफ्तार किया। इसके पूर्व 24 जून को सीआईडी तत्कालीन बैंक कैशियर मनसाराम महतो जमशेदपुर से गिरफ्तार किया था।

बता दें कि इस मामले में के मुख्य आरोपी तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सत्पथी को सीआईडी की टीम ने पहले ही सलाखों के पीछे भेज दिया है।

सूत्रों के मुताबिक झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाले में सीआइडी के अनुसंधान में यह बात उजागर हुई थी कि सुनियोजित साजिश के तहत कौशल कुमार सिन्हा अपनी कंपनी सौरभ इंजीनियरिंग वर्क्स के खाता (संख्या 1000207) का प्रयोग मुख्य अभियुक्त को राशि स्थानांतरित करने के लिए किया था।\n\nइस खाते में करीब 37.75 लाख रुपये मुख्य अभियुक्त के खाता संख्या 1037-50135 में स्थानांतरित किये गये। शेष राशि 4.72 लाख रुपये का उपयोग कौशल कुमार ने स्वयं ही कर लिया था।

गौरतलब हो कि कांड के मुख्य अभियुक्त के फर्म पिंटू इंजीनियरिंग में कौशल कुमार सिन्हा एक निदेशक के रूप से नामांकित है। इस प्रकरण को सीआईडी ने 2 मई को अपने चार्ज में लिया था।

बता दें कि इसके पूर्व यह मामला सरायकेला थाने में दर्ज था।इस केस की मॉनिटिरिंग सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक अनिल पाल्टा खुद कर रहे हैं और टीम में जांच अधिकारी के रूप में सीआईडी के कोल्हान प्रमंडल के डीएसपी अनिमेष गुप्ता भी शामिल हैं।रायकेला: झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाले के मामले में सीआइडी ने तत्कालीन बैंक कैशियर के मुख्य सहयोगी कौशल कुमार सिन्हा को शनिवार को गिरफ्तार किया। इसके पूर्व 24 जून को सीआईडी तत्कालीन बैंक कैशियर मनसाराम महतो जमशेदपुर से गिरफ्तार किया था।

बता दें कि इस मामले में के मुख्य आरोपी तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सत्पथी को सीआईडी की टीम ने पहले ही सलाखों के पीछे भेज दिया है।

सूत्रों के मुताबिक झारखंड को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला में करीब 33 करोड़ के लोन घोटाले में सीआइडी के अनुसंधान में यह बात उजागर हुई थी कि सुनियोजित साजिश के तहत कौशल कुमार सिन्हा अपनी कंपनी सौरभ इंजीनियरिंग वर्क्स के खाता (संख्या 1000207) का प्रयोग मुख्य अभियुक्त को राशि स्थानांतरित करने के लिए किया था।

इस खाते में करीब 37.75 लाख रुपये मुख्य अभियुक्त के खाता संख्या 1037-50135 में स्थानांतरित किये गये। शेष राशि 4.72 लाख रुपये का उपयोग कौशल कुमार ने स्वयं ही कर लिया था।

गौरतलब हो कि कांड के मुख्य अभियुक्त के फर्म पिंटू इंजीनियरिंग में कौशल कुमार सिन्हा एक निदेशक के रूप से नामांकित है। इस प्रकरण को सीआईडी ने 2 मई को अपने चार्ज में लिया था।

बता दें कि इसके पूर्व यह मामला सरायकेला थाने में दर्ज था।इस केस की मॉनिटिरिंग सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक अनिल पाल्टा खुद कर रहे हैं और टीम में जांच अधिकारी के रूप में सीआईडी के कोल्हान प्रमंडल के डीएसपी अनिमेष गुप्ता भी शामिल हैं।

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