छत्तीसगढ़: बीजापुर जिले में शनिवार (25 मई) को 33 नक्सलियों ने जिले के वरिष्ठ पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दो महिला और 31 पुरुष नक्सली शामिल हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से तीन पर कुल 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
इनमें राजू हेमला पीजीएलए बटालियन नंबर-1 का सदस्य रहा है। राजू हेमला पर 2 लाख रुपये का ईनाम घोषित था। सामो कर्मा उर्फ रानीता नक्सलियो की कंपनी नंबर- 5 की सेक्शन पार्टी सदस्य रही है। जिस पर 2 लाख रुपये का ईनाम घोषित था। इसके अलावा सुदरु पुनेम उर्फ हिरोली सुदरु पुसनार आरपीसी जनताना सरकार का अध्यक्ष रहा और इस पर भी पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि सरेंडर करने वाले इन 33 नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। शुरुआत में इन सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है। बीजापुर पुलिस के द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है कि स्थानीय नक्सली मुख्य धारा में वापस लौटकर आम लोगों की तरह अपना जीवन सुख शांति से बिताएं।
सीएम ने जताई खुशी
33 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किए जाने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुशी जताई है। उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनरुत्थान के लिए कार्य करने की बात कही है।
माओवादियों की विचारधारा से क्षुब्ध होकर और छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बीजापुर जिले के 33 माओवादियों का पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया जाना अत्यंत ही सुखद है। इनमें से 3 माओवादी 5-5 लाख के ईनामी हैं।
पुलिस ने बताया कि इस आत्मसमर्पण के साथ ही इस साल अब तक जिले में 109 नक्सली हिंसा छोड़ चुके हैं। इसके अलावा, इसी अवधि में जिले में 189 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।