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भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में 3500 छात्र-छात्राएं हुए शामिल,जिलेभर में 30 केंद्रों में बांटकर ली गयी परीक्षा

On: October 7, 2023 10:54 AM
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झारखंड वार्ता

गढ़वा : अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा-2023 का आयोजन शनिवार को पूरे जिले में किया गया. इसमें जिले के सरकारी एवं गैरसरकारी 30 विद्यालयों को मिलाकर इस परीक्षा में कुल 3500 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. परीक्षा को लेकर जिला मुख्यालय में विभिन्न विद्यालयों के अलावे डंडई, मझिआंव, नगरउंटारी, तिलदाग, बेलचंपा, रेहला आदि में भी केंद्र बनाये गये थे. परीक्षा सुबह 11 बजे से लेकर 12 तक ली गयी.

परीक्षा को संपन्न कराने में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक संजय सोनी एवं सचिव डॉ आलोक रंजन दूबे के निर्देशन में अच्युतानंद तिवारी, अशोक विश्वकर्मा, अखिलेश कुशवाहा, मिथिलेश कुशवाहा, प्रभदुयाल प्रजापति, डॉ सुनील मेहता, रंजीत केसरी, अनिल विश्वकर्मा, उदय कुमार, रमेश विश्वकर्मा, गौतम विश्वकर्मा, दीपक गिरि, अजीत चौबे, पंकज गुप्ता, अनिता देवी, लक्ष्मी पाठक, ममता चौबे आदि ने वीक्षक के रूप में भूमिका निभायी. पूरे देश में एक साथ ली जाती है

परीक्षा के विषय में जानकारी देते हुुये जिला संयोजक संजय सोनी ने बताया कि यह परीक्षा पूरे भारत देश में एक ही दिन ली जाती है. इस साल सात अक्टूबर को आयोजित इस परीक्षा में पूरे देश में 60 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुये. उन्होंने बताया कि परीक्षा के आयोजन के लिये झारखंड सरकार शिक्षा विभाग से भी सभी सरकारी विद्यालयों को पत्र निर्गत किया गया था. परीक्षा के पूर्व शामिल होने वाले बच्चों को एक न्यूनतम शुल्क में पुस्तक दिया जाता है.

परीक्षा में 80 प्रतिशत प्रश्न इसी पुस्तक से पूछे जाते हैं. इस परीक्षा का उद्देश्य बच्चों को अपनी भारतीय संस्कृति, अपने महापुरूषों की जीवनी और उन विषयों से अवगत कराना होता है, जो सामान्य पाठ्यक्रम में बच्चों को नहीं पढ़ने को मिलता है. परीक्षा के बाद प्रखंड, जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर मेधा सूची बनती है. जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान लानेवाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाता है. जिला, राज्य व देश स्तर पर स्थान लानेवाले को अन्य कई पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं.

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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