धनबाद: बैंक मोड़ थाना क्षेत्र स्थित मयहर होटल में छापेमारी कर पुलिस ने APK फाइल के माध्यम से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने पांच शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 मोबाइल फोन, 38 एटीएम कार्ड, 6 हजार रुपये कैश, 203 पेज के फोटो, स्कॉर्पियो वाहन, फिंगर प्रिंट क्लोन बनाने की सामग्री, एक एम-एटीएम मशीन और दो पीओएस मशीनें बरामद की हैं। बरामद सामान से स्पष्ट है कि गिरोह बेहद संगठित तरीके से साइबर ठगी को अंजाम दे रहा था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी फर्जी APK फाइल के जरिए लोगों को नकली डीटीओ ई-चालान, एसबीआई रिवॉर्ड और अन्य आकर्षक संदेश भेजते थे। जैसे ही लोग इन लिंक या फाइल को डाउनलोड करते, उनके मोबाइल का ओटीपी एक्सेस अपराधियों के हाथ लग जाता था। इसके बाद आरोपी एडमिन प्लान के जरिए पीड़ितों के बैंक खातों से पैसे की अवैध निकासी कर लेते थे।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान सूरज चौहान और साहिल खान (उत्तर प्रदेश निवासी), पिंटू कुमार मंडल (गिरिडीह), बिकु शाह (बिहार के रोहतास) और बसंत कुमार मंडल (धनबाद के भूली) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये सभी मिलकर फर्जी तरीके से बैंक खाते खुलवाते थे और एटीएम कार्ड बनाकर साइबर अपराध को अंजाम देते थे।
पुलिस ने बताया कि बरामद मोबाइल फोन में कई बैंक खातों और एटीएम कार्डों की अहम जानकारी मिली है। इन खातों के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें दर्ज हैं। इससे यह भी संकेत मिलता है कि गिरोह का नेटवर्क राज्य से बाहर तक फैला हुआ है।
फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इस गिरोह से और कौन-कौन लोग जुड़े हैं। धनबाद पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक, APK फाइल या संदिग्ध मैसेज पर भरोसा न करें और साइबर ठगी से सतर्क रहें।














