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मां दुर्गा पर अभद्र टिप्पणी पर गायिका सरोज सरगम और उनके पति सहित 6 लोग गिरफ्तार, 15 बीघा सरकारी जमीन कराई गई कब्जा मुक्त

On: September 25, 2025 12:57 PM
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मिर्जापुर: यूपी के मिर्जापुर जिले के मड़िहान से यूट्यूबर और भोजपुरी गायिका सरोज सरगम को उनके पति राममिलन बिंद के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। मिर्जापुर पुलिस ने सरोज की मंडली के 4 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के अनुसार, 19 सितंबर को सरोज सरगम ने यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें मां दुर्गा के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। इसी आधार पर मड़िहान थाने में दारोगा संतोष कुमार राय की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया।

सरोज सरगम और राममिलन बिंद की गिरफ्तारी के बाद मिर्जापुर तहसील प्रशासन ने उनकी अवैध संपत्ति का पता लगाने के लिए गढ़वा गांव में एक टीम भेजी। नायब तहसीलदार के नेतृत्व में वन विभाग और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच-पड़ताल की। इस दौरान लगभग 15 बीघा सरकारी वन भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया, जिस पर एक कच्चा मकान भी बना हुआ है। फिलहाल, जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया है।

जांच में यह सामने आया है कि सरोज सरगम पिछले ढाई–तीन साल से पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) से जुड़े गीत गा रही थीं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि विवादित वीडियो लेखक राजवीर सिंह यादव के कहने पर बनाया गया था। राजवीर ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि उनकी किताब ‘बहुजन नायक महिषासुर’ का मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जीत चुका है, इसलिए डरने की कोई जरूरत नहीं।

पुलिस अब इस पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड राजवीर सिंह यादव की तलाश में जुट गई है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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कानपुर का “I Love Mohammad” विवाद : पोस्टर से भड़की बड़ी बहस
कानपुर शहर हाल ही में एक पोस्टर विवाद की वजह से सुर्खियों में आ गया। मामला तब शुरू हुआ जब शहर के एक इलाके में बिना अनुमति “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर कुछ ही समय में चर्चा का विषय बन गए और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आपत्ति जताई। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने बैनर हटवाया और मामले की जांच शुरू की।
प्रशासन का कहना है कि यह विवाद असल में “बिना अनुमति बैनर लगाने” का है, लेकिन इसे धर्म से जोड़कर फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाले काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
यह विवाद कानपुर तक सीमित नहीं रहा। धीरे-धीरे इसकी आंच उन्नाव, बरेली और यहां तक कि उत्तराखंड तक पहुंच गई। वाराणसी में साधु-संतों ने इसका जवाब “I Love Mahadev” पोस्टर लगाकर दिया। इस तरह मामला एक “पोस्टर वार” में बदल गया, जिससे समाज में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि को रोकने की अपील की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी कहा कि धार्मिक आस्था का सम्मान होना चाहिए और ऐसे विवादों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि छोटे-छोटे मुद्दे भी अगर सही समय पर नियंत्रित न किए जाएं तो वे बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं। समाज को चाहिए कि आपसी भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से दूरी बनाए।

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