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जम्मू-कश्मीर: पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के एक जाने माने एक्टिविस्ट डॉ अमजद अयूब मिर्ज़ा ने हाल ही में जम्मू कश्मीर में बढे आतंकी हमलों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि, ये हमले आतंकी नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे हैं। अमजद मिर्ज़ा के मुताबिक़, SSG जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल आदिल रहमानी जम्मू क्षेत्र में हमलों को अंजाम दे रहा है।

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उन्होंने ये भी बताया है कि SSG की एक पूरी बटालियन ने भारत में घुसपैठ कर ली है, इसका मतलब है कि कम से कम 600 कमांडो कुपवाड़ा क्षेत्र और अन्य जगहों पर छिपे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि, कुपवाड़ा क्षेत्र, पीरपंजाल और शम्सबरी पर्वत के बीचों बीच स्थित है, जो आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के छिपने के लिए बेहद मददगार है। इसके अलावा डॉ अमजद ने ये भी बताया है कि, इन हमलों में स्थानीय जिहादी भी आतंकियों और पाकिस्तानी सेना का साथ दे रहे हैं। ये स्थानीय जिहादी स्लीपर सेल, जम्मू कश्मीर में पूरी तरह सक्रिय हैं और भारतीय क्षेत्र के अंदर SSG की आवाजाही में सहायता कर रहे हैं। अमजद के अनुसार, पाकिस्तानी फ़ौज का लेफ्टिनेंट कर्नल शाहिद सलीम जंजुआ इस समय जम्मू में हमलों की कमान संभाल रहा है। पाकिस्तान का पूरा प्लान भारतीय सेना की 15 कोर से भिड़ने का है। XV कोर , या 15 कोर, जिसे चिनार कोर के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय सेना की एक कोर है, जो वर्तमान में श्रीनगर में स्थित है और कश्मीर घाटी में सैन्य अभियानों के लिए जिम्मेदार है। डॉ अमजद ने बताया है कि, इसके अलावा SSG की दो और बटालियन मुजफ्फराबाद (PoK) में हैं और जम्मू-कश्मीर के रास्ते भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के लिए तैयार हैं। एक बटालियन में लगभग 500 जवान शामिल होते हैं। यदि स्थानीय जिहादियों की मदद से पाकिस्तान की ये बटालियन भी भारत में दाखिल हो जाती हैं, तो एक बार फिर पीर पंजाल की पहाड़ियों में कारगिल जैसे युद्ध की आशंका बन रही है।

ऑपरेशन सर्प विनाश 2.0

भारत को भी इस बारे में इंटेलिजेन्स रिपोर्ट मिल चुकी है, जिसके लिए 4 साल बाद इस क्षेत्र में भारतीय सेना की वापसी हुई है। पहले यहाँ सिर्फ सीमा सुरक्षा बल (BSF) की तैनाती थी। 2020 में चीन के साथ टकराव के बाद जवानों को जम्मू रीजन से हटाकर लद्दाख में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) में तैनात किया गया था। साथ ही भारतीय सेना ने अतिरिक्त तौर पर PERA SF के 3000 जवान, 500 कमांडो, 200 स्नाइपर्स और बाकी J&K पुलिस के जवान इस इलाके में उतार दिए हैं और उड़ीसा से BSF की दो बटालियन को भी जम्मू भेजा गया है। इसके अलावा एक हेडक्वार्टर ब्रिगेड, तीन इन्फैंट्री बटालियन और कुछ एलीट पैरा स्पेशल फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है, साथ ही CAPF की कंपनियां भी वहां लगातार पहुँच रहीं हैं। इसके साथ ही भारतीय सेना ने ग्राम रक्षा गार्ड (VDG) को भी सक्रीय कर दिया है। भारतीय सेना ने पहाड़ियों की गुफाओं में छिपे आतंकियों और पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने के लिए ऑपरेशन सर्प विनाश 2.0 शुरू किया है। जो बीते 21 वर्षों में सबसे बड़ा आतंकवाद विरोधी अभियान है, और इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की सीधी निगरानी है। इसकी रिपोर्ट लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और सेना प्रमुख को भेजी जा रही है।

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