लातेहार: जिला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात राहुल दुबे गैंग के सात शातिर अपराधियों को दबोच लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो पिस्तौल और 9 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इन अपराधियों का नेटवर्क न सिर्फ झारखंड बल्कि कई अन्य राज्यों में भी फैला हुआ था।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी
लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि 8 से 10 अपराधी बालूमाथ थाना क्षेत्र के चमातू कोलियरी के पास किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही एसपी के निर्देश पर डीएसपी विनोद रवानी के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया और अपराधियों के खिलाफ छापेमारी की गई। पुलिस को देखते ही अपराधी भागने लगे, लेकिन सतर्क पुलिस ने पीछा कर मौके से सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
अपराधियों का अंतरराज्यीय नेटवर्क
शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ विनोद रवानी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों का संबंध सीधे तौर पर राहुल दुबे गिरोह से है। ये अपराधी लंबे समय से लातेहार जिले के बालूमाथ, मगध कोलियरी, बारियातू थाना क्षेत्र के फूलबासिया कोयला साइडिंग तथा चंदवा थाना क्षेत्र के टोरी कोयला साइडिंग में आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम देते आ रहे थे।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में से पांच शातिर अपराधी अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हुए हैं और इनके खिलाफ झारखंड के अलावा अन्य राज्यों में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान इस प्रकार हुई है—
विकास कुमार उर्फ मिथुन लोहरा (ग्राम बारीडीह, पोचरा, लातेहार)
सुधीर लोहरा (ग्राम बारीडीह, पोचरा, लातेहार)
उपेंद्र ठाकुर (ग्राम बारीडीह, पोचरा, लातेहार)
सोनू पासवान (बरवाडीह, लातेहार)
रौशन कुमार उर्फ रोशन सिंह (वैशाली, बिहार)
प्रभात कुमार यादव (पलामू)
मुकेश यादव (पलामू)
पुलिस की बड़ी उपलब्धि
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से कोलियरी और कोयला साइडिंग इलाकों में अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ जारी है और पुलिस इनके आपराधिक नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुटी हुई है।