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‘जहरीला’ कफ सिरप लिखने वाला डॉक्टर गिरफ्तार, दवा कंपनी पर केस; 12 मासूमों की मौत के बाद मध्यप्रदेश में बड़ा एक्शन

On: October 5, 2025 9:44 AM
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भोपाल: मध्यप्रदेश और राजस्थान में बीते कुछ दिनों में कफ सिरप पीने से 12 मासूम बच्चों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इनमें से ज्यादातर मामले मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आए हैं। मौतों के बाद राज्य सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए कफ सिरप बनाने वाली कंपनी पर बैन लगा दिया है। वहीं, इस मामले में पहली गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

जानकारी के अनुसार, छिंदवाड़ा के परासिया इलाके में स्थित डॉक्टर प्रवीण सोनी को एसपी की स्पेशल टीम ने आधी रात को राजपाल चौक से गिरफ्तार किया। डॉक्टर पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) और ड्रग्स एंड कफकॉस्मेटिक एक्ट की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि डॉक्टर ने अपने क्लीनिक में जिन बच्चों को Coldrif और Nestro DS सिरप दिया था, उन्हीं दवाओं के सेवन के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, Coldrif कफ सिरप की मैन्युफैक्चरिंग तमिलनाडु के कांचीपुरम में हो रही थी। पहले तमिलनाडु सरकार ने इस दवा पर प्रतिबंध लगाया, जिसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने भी इसे राज्य में पूरी तरह बैन कर दिया। मृतक बच्चों की उम्र एक से पांच साल के बीच बताई जा रही है। राज्य सरकार ने दवा कंपनी के खिलाफ भी मकुदमा दर्ज कराया है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही जो बच्चे अब भी बीमार हैं, उनके इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। सीएम ने कहा कि, “दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बच्चों की मौत के जिम्मेदार लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

इस घटना के बाद देशभर में कफ सिरप को लेकर डर और सतर्कता का माहौल है। कई राज्यों से भी बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच केंद्र सरकार ने भी एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप बिल्कुल न दिया जाए। वहीं, बड़े बच्चों को सिरप देने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ली जाए और दवा का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल किया जाए।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि बाजार में उपलब्ध कफ सिरप और बच्चों को दी जाने वाली दवाओं की गुणवत्ता की सघन जांच की जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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