चेन्नई/रांची: भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक नया मुकाम हासिल किया है। 44 वर्षीय यह दिग्गज क्रिकेटर अब प्रमाणित ड्रोन पायलट बन चुके हैं। धोनी ने चेन्नई स्थित गरुड़ एयरोस्पेस की DGCA मान्यता प्राप्त रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन से पेशेवर ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग पूरी कर ली है।
धोनी ने न सिर्फ इस कठिन और तकनीकी ट्रेनिंग प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूरा किया, बल्कि इसके जरिये उन्होंने भारत में सुरक्षित और वैध ड्रोन संचालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई है। यह प्रशिक्षण देश में ड्रोन तकनीक के विकास और उसके व्यापक इस्तेमाल को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
गरुड़ एयरोस्पेस के संस्थापक और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने धोनी की इस उपलब्धि पर खुशी जताई और कहा, “हमारे ब्रांड एंबेसडर और निवेशक एमएस धोनी का खुद ट्रेनिंग लेना और पायलट बनना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने बहुत ध्यान और समर्पण से यह हुनर सीखा है।”
धोनी के प्रशिक्षकों ने भी सोशल मीडिया पर इस उपलब्धि को साझा किया। फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे प्लेटफॉर्म पर इस खबर को बड़ी संख्या में लाइक और रीपोस्ट किया गया। फैन्स ने भी अपने चहेते क्रिकेटर की इस नई भूमिका पर उत्साह जताया।
धोनी ने खुद भी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने गरुड़ एयरोस्पेस के साथ मिलकर DGCA ड्रोन पायलट प्रमाणन कार्यक्रम पूरा कर लिया है। यह प्रशिक्षण उन्हें न सिर्फ ड्रोन उड़ाने की तकनीकी जानकारी देता है, बल्कि भारत के उभरते ड्रोन सेक्टर में उनकी सक्रिय भूमिका की ओर भी संकेत करता है।
गौरतलब है कि धोनी न सिर्फ गरुड़ एयरोस्पेस के ब्रांड एंबेसडर हैं, बल्कि कंपनी में निवेशक के रूप में भी जुड़े हुए हैं। अब उनके पायलट बनने के बाद कंपनी को अपने अभियान में और भी विश्वसनीयता और पहचान मिलने की उम्मीद है।










