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JMM की दुखती रग पर बीजेपी ने रखा हाथ,बोली अब पार्टी का नाम झामुमो यू टर्न रखना चाहिए

On: October 22, 2025 8:31 AM
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सीएम हेमंत झारखंड की अस्मिता बचाएंगे या कांग्रेस और आरजेडी के समक्ष नतमस्तक रहेंगे: प्रतुल शाहदेव

रांची:बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन में सीट शेयरिंग में बवाल और उसमें शामिल प्रमुख घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक भी सीट कांग्रेस और राजद के द्वारा नहीं दिए जाने पर झारखंड की सियासत भी गर्म हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की दुखती रग पर हाथ डाल दिया है भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि Jharkhand मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने Bihar चुनाव में इतनी बार ‘यू’ टर्न मारा है कि अब उसे झामुमो (यू) कहना चाहिए.
शुरू में पार्टी 16 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी. Jharkhand यात्रा गाइड ने फिर यू टर्न मारा और झामुमो के सीटों की संख्या 12 कर दी. इसके पार्टी के नेता महागठबंधन के अन्‍य नेताओं से मिले और कहा सीटों पर फैसला हो गया है, लेकिन फिर यू टर्न मार कर सीटों की संख्या तीन तक घटा दी.

प्रतुल ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि महागठबंधन ने जब झामुमो को ठेंगा दिखाया तो रांची में प्रेस वार्त्‍ता करके छह सीटों पर लड़ने की घोषणा कर दी. लेेकिन 24 घंटे में फिर से यू टर्न मारा और एक भी सीट पर नामांकन दाखिल नहीं किया.

झारखंड की अस्मिता बिहार के चौराहे पर तार तार

प्रतुल ने कहा कि झामुमो ने इस पूरे प्रकरण के जरिए Jharkhand की अस्मिता को Bihar के चौराहे पर तार-तार कर दी है. उन्‍होंने कहा कि सीटों को लेेकर लंबे समय तक Jharkhand मुक्ति मोर्चा (झामुमो) याचना करती रही. लेकिन गठबंधन में उनकी दाल नहीं गली. झामुमो के वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि राजद और कांग्रेस ने उनके पीठ में खंजर भोंका है. इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक धूर्तता भी करार दे दिया.

Jharkhand मुक्ति मोर्चा के मंत्री और महासचिव ने घोषणा की कि वह कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन की समीक्षा करेंगे. Jharkhand की जनता को बेसब्री से इंतजार रहेगा. उन्‍होंने कहा कि वोट गठबंधन को Jharkhand की जनता ने दिया था. फिर समीक्षा से क्या निर्णय निकलेगा. उन्‍होंने झामुमो से पूछा कि क्या Chief Minister राजद को मंत्रिमंडल से बाहर निकालेंगे या कांग्रेस के मंत्रियों को भी बाहर का रास्‍ता दिखाएंगे या फिर समीक्षा की घोषणा सिर्फ ढकोसला साबित होगा.

प्रतुल ने कहा कि अब आने वाला समय बताएगा कि Chief Minister हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन के पद चिन्हों पर चलते हुए Jharkhand की अस्मिता की रक्षा कर पाएंगे या एक बार फिर से सत्ता में बने रहने के लिए Jharkhand मुक्ति मोर्चा घुटने टेक कर इन दोनों दलों के सामने नतमस्तक रहेगा.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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