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बैंकिंग सेक्टर में बड़ा सुधार: अब बैंक अकाउंट के लिए बना सकेंगे चार नॉमिनी, जानें लॉकर और डिपॉजिट के नए नियम

On: October 23, 2025 7:51 PM
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नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने बैंकिंग सेक्टर से जुड़ा एक बड़ा कदम उठाया है, जो देश के करोड़ों बैंक ग्राहकों के लिए बेहद अहम साबित होगा। मंत्रालय ने ‘बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम, 2025’ के तहत नए नियम लागू करने की घोषणा की है, जो 1 नवंबर 2025 से प्रभाव में आएंगे। इन नए प्रावधानों का असर सीधे तौर पर आपके बैंक खाते, लॉकर और बैंक की सुरक्षित अभिरक्षा में रखी संपत्तियों पर पड़ेगा।

ग्राहकों को मिलेगा अधिक नियंत्रण और लचीलापन

अब तक बैंक खातों या लॉकरों में केवल एक या दो नामांकित व्यक्तियों (Nominees) को जोड़ा जा सकता था। लेकिन नए नियमों के तहत ग्राहक अब चार तक नामांकन कर सकेंगे। खास बात यह है कि ग्राहक चाहें तो नामांकित व्यक्तियों की हिस्सेदारी भी तय कर सकते हैं, जैसे किसी एक को 50%, दूसरे को 30% और शेष दो को 20% हिस्सेदारी दी जा सकती है। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और भविष्य में किसी विवाद की संभावना कम होगी। जमा खातों के लिए आप अपनी पसंद के अनुसार एक साथ (Joint) या एक के बाद एक (Successive) नॉमिनेशन चुन सकते हैं।

लॉकर के लिए आएगा नया प्रावधान

बैंक लॉकरों और सुरक्षित अभिरक्षा में रखी कीमती वस्तुओं के लिए अब क्रमिक नामांकन (Sequential Nomination) की व्यवस्था लागू होगी। यानी पहला नामांकित व्यक्ति पात्र न रहने (मृत्यु या अन्य कारणों से) पर ही अगला नामांकित व्यक्ति दावा कर सकेगा। इससे स्वामित्व और उत्तराधिकार की प्रक्रिया अधिक स्पष्ट और व्यवस्थित बनेगी।

दावा प्रक्रिया होगी आसान

वित्त मंत्रालय के मुताबिक, इन बदलावों से बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता और एकरूपता आएगी। साथ ही, ग्राहकों के लिए क्लेम सेटलमेंट (Claim Settlement) की प्रक्रिया अब और तेज़ और सरल होगी। मंत्रालय जल्द ही ‘बैंकिंग कंपनी (नॉमिनेशन) नियम, 2025’ भी जारी करेगा, जिसमें नामांकन जोड़ने, बदलने या रद्द करने की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया जाएगा।

सहकारी बैंकों में भी सुधार

यह संशोधन केवल नामांकन तक सीमित नहीं रहेगा। सरकार का उद्देश्य है कि बैंकिंग सेक्टर की गवर्नेंस को मजबूत किया जाए, जमाकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाई जाए, और ऑडिट क्वालिटी व रिपोर्टिंग सिस्टम में सुधार किया जाए। अधिनियम में सहकारी बैंकों के निदेशकों के कार्यकाल को भी व्यवस्थित करने की बात कही गई है।

ग्राहकों के लिए बड़ा फायदा

इन नए नियमों का सबसे बड़ा लाभ आम ग्राहकों को मिलेगा। अब वे अपने खातों, लॉकरों या अन्य बैंकिंग संपत्तियों के लिए नामांकन तय करने में अधिक विकल्प और नियंत्रण पाएंगे। इससे भविष्य में संपत्ति या दावे से जुड़े विवादों की संभावना काफी हद तक खत्म हो जाएगी।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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