बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार को एक भीषण रेल दुर्घटना हो गई। लालखदान स्टेशन के नज़दीक हावड़ा रूट पर चल रही एक पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी की जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भयानक था कि पैसेंजर ट्रेन के कई कोच पटरी से उतर गए और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर भागते नज़र आए। रेल हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है। 20 घायलों को 50-50 हज़ार रुपये का मुआवज़ा दिया गया है। भारतीय रेलवे ने इस हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया है।
रेलवे ने हादसे के बारे में अहम जानकारी साझा की है। बिलासपुर हादसे का कारण बताते हुए रेलवे ने कहा, “शुरुआती आकलन के अनुसार, डेमू (डीज़ल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन खतरनाक स्थिति में सिग्नल पार कर गई, जिससे यह हादसा हुआ।” कोरबा पैसेंजर ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि मेमू ट्रेन का पहला डिब्बा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और बाकी डिब्बे अस्त-व्यस्त हो गए। हादसे के बाद ट्रेन के डिब्बे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के बाद, डिब्बे के कई हिस्से रेलवे ट्रैक पर बिखर गए, लेकिन बचाव दल के पहुँचने के बाद, ट्रैक को साफ़ करने का काम तेज़ी से शुरू हुआ। इससे कई ट्रेनें भी प्रभावित हुईं। बिलासपुर में हुई दुर्घटना के बाद, रेलवे ने कुछ ट्रेनें रद्द कर दी हैं। ट्रेन संख्या 68732, बिलासपुर-कोरबा मेमू लोकल ट्रेन, रद्द कर दी गई है। कोरबा-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन संख्या 68731 को भी रद्द कर दिया गया है। बिलासपुर-रायपुर मेमू लोकल ट्रेन संख्या 68719 को भी रद्द कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में बड़ा रेल हादसा: पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी में भीषण टक्कर, 11 लोगों की मौत














