पलामू: जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के रेवारातू गांव में बुधवार को एक क्रशर प्लांट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। गांव के पास स्थित पहाड़ी पर डेटोनेटर लगाकर विस्फोट की कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों और पुलिस जवानों के बीच तीखी बहस शुरू हुई, जो धीरे-धीरे हिंसक रूप ले ली। घटना में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार सभी की हालत फिलहाल स्थिर है।
जानकारी के मुताबिक, अदालत के आदेश के बाद प्रशासन और सुरक्षा बल विस्फोट प्रक्रिया में पट्टाधारक की सहायता के लिए मौके पर पहुंचे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने पहाड़ी को तोड़ने का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पहाड़ी के ध्वस्तीकरण से पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचेगा और स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर होगा। विरोध के बीच ग्रामीणों ने पथराव कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
हालात काबू में लाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और 11 लोगों को हिरासत में लिया गया। जिनमें 8 महिलाएं शामिल हैं। SDOP ने बताया कि फिलहाल विस्फोट और खुदाई का काम रोक दिया गया है और गांव में स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है और आगे की कार्रवाई उनके निर्देश के अनुरूप की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, जिस पट्टाधारक ने क्रशर प्लांट लगाया है, उसके पास पहाड़ी से पत्थर निकालने का लाइसेंस भी मौजूद है। वहीं ग्रामीण अपनी जमीन और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा को लेकर दृढ़ हैं और पहाड़ी तोड़ने का पुरजोर विरोध जारी रखे हुए हैं।
पलामू: ग्रामीणों और पुलिस में झड़प, 4 जवान घायल; 11 लोग हिरासत में













