पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की भारी हार के बाद पार्टी के भीतर उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। ताज़ा घटनाक्रम में लालू प्रसाद यादव की बेटी और चर्चित नेत्री रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी है। उनके इस कदम ने यादव परिवार की अंदरूनी खींचतान को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
रोहिणी ने अपने पोस्ट में लिखा, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज़ ने मुझसे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।”

परिवार और पार्टी में कलह नई नहीं, लेकिन हालात पहले से ज्यादा गंभीर
राजद के भीतर मतभेद नई बात नहीं हैं, लेकिन हाल के महीनों में तेजी से बदली राजनीतिक परिस्थितियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा। लगातार चुनावी परफॉर्मेंस में गिरावट और नेतृत्व पर सवालों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
तेज प्रताप पहले ही बाहर, नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा
परिवारिक खींचतान का पहला बड़ा संकेत तब मिला था जब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को खुद लालू ने पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया था। इसके बाद तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाई और खुले तौर पर राजद के खिलाफ चुनाव लड़ा।
रोहिणी के फैसले ने बढ़ाई हलचल
अपनी बेबाक पोस्ट और सक्रिय राजनीतिक भूमिका के लिए पहचानी जाने वाली रोहिणी आचार्य का अचानक राजनीति और परिवार से दूरी बनाना राजद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। खासकर ऐसे समय में, जब चुनावी हार ने पार्टी संगठन और नेतृत्व को पहले ही कमजोर स्थिति में ला खड़ा किया है। राजद भीतर से टूटती दिख रही है- तेज प्रताप पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं, तेजस्वी यादव चुनावी हार से घिरे हैं और अब रोहिणी का परिवारिक राजनीतिक दायरे से अलग होना स्थिति को और गंभीर बनाता है।














