तेनकासी: तमिलनाडु के तेनकासी जिले में सोमवार सुबह हुए खौफनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। कडैयानल्लुर के इडाइकल कामराजपुरम क्षेत्र में दो निजी बसों की आमने-सामने भीषण टक्कर में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 28 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में पांच महिलाएं शामिल हैं। अधिकांश घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
सुबह करीब 10 बजे तेनकासी–मदुरै हाईवे पर सामान्य ट्रैफिक चल रहा था। मदुरै से सेनकोट्टई जा रही कीसर प्राइवेट बस, जिसमें लगभग 40 यात्री थे, तेज रफ्तार में हाईवे पर बढ़ रही थी। इसी समय तेनकासी से कोविलपट्टी की ओर जा रही एक अन्य निजी बस भी यात्रियों से भरी सड़क पर आगे बढ़ रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कीसर बस के चालक ने ओवरटेकिंग के दौरान अचानक अपनी लेन छोड़ दी, और सामने से आ रही दूसरी बस से सीधी टक्कर हो गई। भीषण भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि दोनों बसों का अगला हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया। सड़क पर शीशे, धातु के टुकड़े और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा दिखा।
वीडियो फुटेज ने दिखाया मंजर
हादसे के बाद सामने आए मोबाइल वीडियो में साफ दिखाई दिया कि दोनों बसें एक-दूसरे में बुरी तरह फंस गई थीं। यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद की कोशिश की, लेकिन हालात इतने गंभीर थे कि 20 से अधिक एम्बुलेंसों को भेजना पड़ा।
कई की हालत गंभीर
सभी घायलों को तेनकासी जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि कई लोगों को सिर में गंभीर चोटें, छाती में फ्रैक्चर तथा पैरों में गहरी चोटें आई हैं। 28 घायलों में से 10 को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यकता पड़ने पर कोयंबटूर और मदुरै के बड़े अस्पतालों में रेफर करने की तैयारी की है।
चालक पर लापरवाही का आरोप
शुरुआती जांच में कीसर बस के चालक की तेज रफ्तार (80–90 किमी/घंटा) और लापरवाही को हादसे का कारण माना जा रहा है। पुलिस ने उसके खिलाफ IPC 304A और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। कोविलपट्टी बस के चालक ने बयान दिया कि सामने वाली बस अचानक तेज रफ्तार में लेन क्रॉस कर गई थी।
फिलहाल पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, ब्लैक बॉक्स डेटा, तथा प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जांच तेज कर दी है। इसके साथ ही परिवहन विभाग ने दोनों बसों के परमिट और स्थिति की जांच के आदेश भी जारी किए हैं।
मृतकों की पहचान जारी
मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अस्पताल में उनके परिजन पहुंच रहे हैं, जहां माहौल शोक और सन्नाटे से भरा है। कई मृतक स्थानीय निवासी और पास के मंदिरों में जा रहे तीर्थयात्री बताए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री की संवेदना और मुआवजा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की है।
लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे
यह इस महीने राज्य में तीसरी बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले कोयंबटूर में ट्रक हादसा और मदुरै में ओवरलोडिंग के कारण कई लोगों की जान गई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि हाईवे पर स्पीड लिमिट का पालन न होना, पुराने वाहनों का उपयोग और ओवरटेकिंग की लापरवाही इन घटनाओं का मुख्य कारण हैं।









