रांची: राजधानी रांची के अरगोड़ा चौक स्थित एक लीकर बार में किन्नरों के साथ हुए विवाद और मारपीट की घटना के बाद उत्पाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए बार को सील कर दिया था तथा संचालक वीरेन प्रसाद साहू को नोटिस जारी किया गया था। इस कार्रवाई के विरोध में रांची खुदरा शराब व्यापारी संघ ने मंगलवार को प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना पक्ष रखा।
संघ के कोषाध्यक्ष एवं बार संचालक वीरेन प्रसाद साहू ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया के कुछ प्लेटफॉर्म उनके खिलाफ बिना तथ्य और बिना पक्ष जाने भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके बार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
वीरेन साहू ने बताया कि रविवार को उनके बार में कुछ किन्नरों का एक समूह जन्मदिन मनाने आया था। इस दौरान कुछ लोगों से उनका विवाद हो गया। स्टाफ ने दोनों पक्षों को बाहर कर दिया और स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन को तुरंत सूचना दी, जिसके बाद मामला शांत करा दिया गया।
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मीडिया में यह खबर चलाई जा रही है कि वह किन्नरों को जानबूझकर बुलवाते हैं और गैरकानूनी तरीके से नचवाते हैं, जबकि यह पूरी तरह गलत है। सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखता है कि किन्नरों का समूह केवल भोजन कर रहा था, कोई नृत्य नहीं हो रहा था।
वीरेन साहू ने कहा, क्या ऐसा कोई कानून है कि मैं ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय को अपने बार में प्रवेश करने से रोक दूं? भारतीय कानून में नर, नारी और किन्नर सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है। मैं किसी के नागरिक अधिकार का हनन कैसे कर सकता हूं?
उन्होंने बताया कि यदि कोई ग्राहक जन्मदिन या शादी की सालगिरह मनाता है और स्वेच्छा से गाना-बजाना करता है, तो यह सामान्य बात है। उनके प्रतिष्ठान में पब्लिक परफॉर्मेंस लाइसेंस भी उपलब्ध है।
उन्होंने जिला प्रशासन तथा उत्पाद विभाग से आग्रह किया कि बार को दोबारा खोलने की अनुमति दी जाए, क्योंकि इससे जुड़े कर्मियों और उनके परिवारों की रोजी-रोटी प्रभावित हो रही है और व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बार यूनियन रांची के उपाध्यक्ष अर्पण यादव, सुनील कुमार साहू, प्रदेश महामंत्री सुविध कुमार जयसवाल सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
रांची बार विवाद: संचालक ने कहा- जन्मदिन मनाने आए थे किन्नर, नृत्य नहीं हुआ, बार को बदनाम करने की साजिश














