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झारखंड शराब घोटाला: जमशेदपुर डीसी कर्ण सत्यार्थी को ACB का समन, शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया

On: November 27, 2025 3:49 PM
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रांची: झारखंड में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच लगातार तेज होती जा रही है। इसी क्रम में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जमशेदपुर के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को एक बार फिर तलब किया है। एसीबी की ओर से उन्हें शुक्रवार को पूछताछ में शामिल होने के लिए समन भेजा गया है।

इससे पहले एसीबी अधिकारी कर्ण सत्यार्थी से दो चरणों में पूछताछ कर चुके हैं, लेकिन जांच एजेंसी के अनुसार कई महत्वपूर्ण सवालों पर अभी भी स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाए हैं। यही वजह है कि तीसरी बार उन्हें फिर से बुलाया गया है। कर्ण सत्यार्थी को इस केस में गवाह नहीं, बल्कि आरोपी के तौर पर समन भेजा गया है।

फर्जी बैंक गारंटी का मामला जांच के केंद्र में

एसीबी की जांच में सामने आया है कि जिस समय कर्ण सत्यार्थी उत्पाद विभाग के आयुक्त थे, तब शराब आपूर्ति से जुड़ी दो कंपनियों विजन और मार्शन में से एक की जमा की गई बैंक गारंटी पूरी तरह फर्जी निकली थी।

जांच के दौरान संबंधित बैंक के प्रबंधक ने स्पष्ट रूप से बताया कि यह बैंक गारंटी बैंक द्वारा जारी ही नहीं की गई, न ही इस्तेमाल किए गए लेटरहेड और हस्ताक्षर बैंक के हैं। इसके बावजूद इन एजेंसियों पर तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे विभाग को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

38.44 करोड़ का कथित घोटाला, कई अधिकारी आरोपी

ACB ने इस घोटाले में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे सहित 13 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में पहली गिरफ्तारी आईएएस अधिकारी विनय चौबे की ही हुई थी। एसीबी का आरोप है कि दोनों प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा जमा की गई बैंक गारंटी की जांच नहीं की गई। इसी चूक के कारण राज्य सरकार को 38.44 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।

कंपनियों पर भारी देनदारी की पुष्टि

नियमानुसार वसूली की प्रक्रिया न होने से संबंधित एजेंसियों पर भारी राशि की बकाया देनदारी भी सामने आई है: मेसर्स विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड पर ₹12,98,18,405 की देनदारी (मार्च 2025 तक), मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्यूरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर ₹25,46,66,313 की देनदारी।

जांच एजेंसी अब इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही है कि आखिर किस स्तर पर लापरवाही हुई और किन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही।

एसीबी की अगली कार्रवाई पर सबकी नजर

कर्ण सत्यार्थी की तीसरी पूछताछ को इस पूरे मामले में बड़ा मोड़ माना जा रहा है। माना जा रहा है कि शुक्रवार की पूछताछ के बाद जांच एजेंसी कई और अहम कदम उठा सकती है।

झारखंड प्रशासनिक हलकों में इस घोटाले को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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