नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही एक अनोखा विवाद खड़ा हो गया। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी अपने पालतू कुत्ते को कार में लेकर संसद भवन पहुंचीं, जिसके बाद बीजेपी ने इसे संसदीय मर्यादाओं का उल्लंघन बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बीजेपी की आपत्ति
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि संसद देश की नीतियों पर गंभीर चर्चा का मंच है और किसी सांसद को मिले विशेषाधिकारों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। उन्होंने रेणुका चौधरी के बयान पर नाराज़गी जताते हुए कहा, “यह सदन देश की नीतियों पर चर्चा करने की जगह है। वह यहां अपना पालतू कुत्ता लेकर आ गईं और जिस तरह के बयान दे रही हैं, वह देश को शर्मसार करने वाला है। यह लोकतंत्र पर कुठाराघात और संसद का अपमान है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
रेणुका चौधरी का पलटवार
इस विवाद पर रेणुका चौधरी ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “इसमें क्या तकलीफ है? गूंगा जानवर अंदर आ गया तो क्या तकलीफ है, इतना छोटा सा तो है। यह काटने वाला नहीं है, काटने वाले तो और हैं पार्लियामेंट के अंदर।”
उनके इस बयान से राजनीतिक घमासान और बढ़ गया है।
विवाद के बीच रेणुका चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयानों और बिहार चुनाव पर दिए उनके टिप्पणी को लेकर भी हमला बोला।
उन्होंने सवाल उठाया, मोदी सरकार ने एक महीने के सत्र को घटाकर पंद्रह दिन क्यों कर दिया। आप क्यों बौखला रहे हैं कि हाउस में हम कौन-सा मुद्दा उठाएंगे। मुद्दे कम थे क्या, जो एक महीने का सेशन काट कर सिर्फ पंद्रह दिन का कर दिया।
विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा
कुत्ते को संसद परिसर तक लाने से शुरू हुआ मामला अब राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में बदल गया है। जहाँ बीजेपी इसे संसदीय गरिमा का उल्लंघन बता रही है, वहीं रेणुका चौधरी इसे अनावश्यक विवाद बताते हुए सरकार पर पलटवार कर रही हैं।












