पटना: बिहार की सियासत में एक अहम घटनाक्रम सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फैसला लेते हुए दरभंगा के वरिष्ठ नेता संजय सरावगी को बिहार प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह बदलाव ऐसे समय में किया गया है, जब एनडीए ने हाल ही में 2025 के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन कर सत्ता में अपनी स्थिति और मजबूत की है। पार्टी के इस फैसले को आगामी राजनीतिक रणनीति और संगठन को और सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
मिथिला से संगठन की कमान
संजय सरावगी बिहार के दरभंगा जिले से आने वाले कद्दावर नेता हैं और मिथिला क्षेत्र में उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ मानी जाती है। वे दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से लगातार कई बार विधायक चुने जा चुके हैं। मार्च 2005, नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में भाजपा के टिकट पर दरभंगा से विधायक बनते आए हैं। अब उन्हें भाजपा आलाकमान ने बिहार बीजेपी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी है।
छात्र राजनीति से शीर्ष नेतृत्व तक
संजय सरावगी का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ। संगठनात्मक कार्यशैली, जमीनी जुड़ाव और कार्यकर्ताओं के बीच मजबूत स्वीकार्यता के कारण वे धीरे-धीरे पार्टी में अहम भूमिकाओं तक पहुंचे। बीजेपी संगठन में उन्होंने समय-समय पर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं और हर भूमिका में अपनी प्रभावी कार्यक्षमता साबित की।
वैश्य समाज में मजबूत आधार
वैश्य समाज से आने वाले संजय सरावगी का सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव सिर्फ दरभंगा तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे मिथिला क्षेत्र में उनकी पहचान एक मजबूत संगठनकर्ता और जननेता के रूप में है। पार्टी के भीतर उन्हें संतुलित नेतृत्व, अनुशासित कार्यशैली और चुनावी रणनीति की गहरी समझ रखने वाला नेता माना जाता है।
मंत्रिमंडल में जगह नहीं, संगठन में बड़ी जिम्मेदारी
गौरतलब है कि हालिया मंत्रिमंडल गठन में संजय सरावगी को मंत्री पद नहीं मिला था, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं भी हुई थीं। हालांकि अब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष जैसी बड़ी संगठनात्मक जिम्मेदारी देकर पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि नेतृत्व उन पर पूरा भरोसा करता है। माना जा रहा है कि संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों की तैयारी में उनकी भूमिका बेहद अहम होगी।
बीजेपी की रणनीतिक चाल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि संजय सरावगी की नियुक्ति से बीजेपी मिथिला क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है। साथ ही, यह फैसला संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में भी देखा जा रहा है।
कुल मिलाकर, संजय सरावगी का बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनना राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय माना जा रहा है, जिसका असर आने वाले दिनों में संगठनात्मक गतिविधियों और चुनावी रणनीतियों में साफ नजर आ सकता है।
संजय सरावगी बने बिहार बीजेपी के अध्यक्ष, दरभंगा से 6 बार रह चुके हैं विधायक














