जमशेदपुर: नेशनल हेराल्ड मामले में कोर्ट के द्वारा राहुल और सोनिया को राहत मिलने के बाद कांग्रेसियों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके खिलाफ पहले से ही तैयार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी तीखी नोंकझोंक और तू तू मैं मैं की खबर है। इस दौरान कांग्रेसियों ने वोट कर गाड़ी छोड़कर नारे लगाए। इसके लिए पहले से ही तैयार भाजपाइयों ने भी जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी। स्थिति विस्फोटक हो गई थी और कभी भी कुछ भी हो सकता था लेकिन जिला प्रशासन और दोनों पार्टियों के कुछ वरिष्ठ नेताओं की पहल के बाद मामला शांत हो गया।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए पहले से ही बीच में बैरीकेडिंग कर रखी थी। पुलिस दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं को शांत कर अलग करने की कोशिश में जुटी थी। कांग्रेसियों का आरोप है कि उनके झंडे फाड़ दिए गए। यहां टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। लेकिन, बाद में किसी तरह हालात को संभाला गया और कुछ बड़े समझदार नेताओं ने बीच बचाव कर दोनों पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अलग किया।
गौरतलब है कि कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा के जिला कार्यालय के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया था।
इधर दूसरी ओर भाजपाइयों ने भी इसका जवाब देने का फैसला किया।जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा पूर्व जिला अध्यक्ष गुंजन यादव समेत भाजपा के हजारों कार्यकर्ता जिला कार्यालय पर लाठी-डंडों से लैस होकर जुटे थे।
जिला प्रशासन ने भी टकराव की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया था। बैरिकेडिंग की गई थी। कांग्रेसी पहुंचे तो बैरीकेडिंग के उस पार से वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लगाने लगे। भाजपाई भी बैरिकेडिंग के इस पार जुट गए और कांग्रेसियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने भी खूब नारेबाजी की। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ जाते। लेकिन, जिला प्रशासन और कांग्रेसी और भाजपा के बड़े बुजुर्ग नेताओं ने किसी तरह माहौल को संभाला।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष परविंदर सिंह का कहना है कि नेशनल हेराल्ड मामले में भाजपाइयों ने उनके नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के पीछे ईडी लगा रखी थी। फर्जी केस दर्ज कराया। दोनों नेताओं को परेशान करने की कोशिश की। मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया। लेकिन कोर्ट ने कह दिया है कि इस केस में कोई तथ्य नहीं था। यह केस चलने लायक नहीं है। इसी को लेकर वह लोग भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन करने आए थे। लेकिन, यहां भाजपा के लोगों ने गुंडे बुला रखे थे। भाजपाई भी लाठी डंडे से लैस थे। आरोप लगाया गया कि कांग्रेस के झंडे फाड़े गए और कांग्रेसियों को बुरा भला कहा गया। धक्का मुक्की की कोशिश भी हुई।














