जमशेदपुर: सांसद विद्युत वरण महतो ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। श्री महतो ने कहा, चाईबासा की सड़क पर अपने 4 साल के बेटे का शव झोले में ढोने को मजबूर पिता की बेबसी क्या आपकी ‘मानवीय संवेदना को नहीं झकझोरती?
श्री महतो ने अपने बयान में कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा, एक ओर झारखंड का युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है, JSSC की परीक्षाएं धांधली की भेंट चढ़ रही हैं और झारखंडवासी पलायन को मजबूर हैं; वहीं दूसरी ओर, नियोजन नीति को ताक पर रख कर सरकार केवल वोट बैंक और एक खास वर्ग को खुश करने के लिए लाखों का वेतन, सरकारी फ्लैट और मनचाही पोस्टिंग की खैरात बांट रही है।
श्री महतो ने सीधे सवाल पूछे:
क्या झारखंड के खजाने पर पहला हक झारखंड के युवाओं और गरीबों का नहीं है?
क्या शाही सुविधाएं और सम्मान केवल एक खास वर्ग के लिए आरक्षित हैं?
चाईबासा के इस अभागे पिता को जीते-जी एम्बुलेंस क्यों नहीं मिली? क्या इसे भी 3 लाख की नौकरी और सरकारी घर मिलेगा?
श्री महतो ने कहा, यह ‘झारखंडी हित’ का मुखौटा पहनकर युवाओं के हक पर डाका डालना है।














