रांची: शनिवार, 27 दिसंबर 2015 को झारखंड ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (IGBOA) का तीसरा त्रैवार्षिक सम्मेलन अत्यंत सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में कॉमरेड सृजन पाल, राष्ट्रीय महासचिव, AIRRBOF उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में कॉमरेड सृजन पाल ने बैंक कर्मियों एवं ग्रामीण बैंकिंग से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने 5-डे बैंकिंग को बैंक कर्मियों की सबसे महत्वपूर्ण एवं लंबे समय से लंबित मांग बताते हुए इसे कार्य–जीवन संतुलन और कार्यक्षमता के लिए आवश्यक बताया।
उन्होंने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अमलगमेशन पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे क्षेत्रीय पहचान, स्थानीय आवश्यकताओं तथा ग्रामीण सेवा तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इसके साथ ही क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में IPO लाने के प्रस्ताव पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि इससे किसानों, छोटे उद्यमियों तथा कमजोर एवं वंचित वर्गों को संभावित नुकसान हो सकता है।
कॉमरेड सृजन पाल ने इन सभी मुद्दों पर तथ्यों के साथ विस्तृत जानकारी देते हुए संगठित और एकजुट संघर्ष को और मजबूत करने का आह्वान किया।
सम्मेलन को कॉमरेड प्रश्वास उरांव, सचिव, AIBOC झारखंड यूनिट तथा कॉमरेड कुमुद महेश्वर शुक्ला, अध्यक्ष, CGBOA ने भी संबोधित किया। दोनों नेताओं ने संगठनात्मक एकता, कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा एवं ग्रामीण बैंकिंग की सामाजिक जिम्मेदारियों पर अपने विचार रखे।
इसके अतिरिक्त IGBOA के कॉमरेड अचिंता चाकी (अध्यक्ष) एवं कॉमरेड बिकेश कुमार (महासचिव) के कुशल नेतृत्व में संगठन के अनेक कार्यकारिणी सदस्यों– शुभांत कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, रवि शंकर तिवारी, पद्मा कुमारी, रोहित सिंह, सुमित राज, सुनील कुमार एवं अन्य कॉमरेड साथियों ने पूरे तन-मन से सम्मेलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
त्रैवार्षिक सम्मेलन को सफल बनाने में स्वागत समिति के अध्यक्ष कॉमरेड धनंजय कुमार सिंह की विशेष भूमिका रही।
यह सम्मेलन संगठनात्मक मजबूती, एकजुट संघर्ष एवं भविष्य की स्पष्ट कार्यदिशा का सशक्त संदेश देने में सफल रहा।














