Jharkhand Weather Update: झारखंड में कड़ाके की ठंड से जिंदगी ठिठुर रही है। न्यूनतम तापमान लगातार लुढ़क रहा है। राजधानी रांची समेत आसपास के इलाके भीषण ठंड की चपेट में हैं। राजधानी से सटे कांके, मैकलुस्कीगंज और अन्य जिलों में सुबह और रात के समय तेज ठिठुरन ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। हालांकि दिन में हल्की धूप निकलने से लोगों को कुछ समय के लिए राहत जरूर मिली, लेकिन ठंडी हवाओं ने परेशानी बरकरार रखी है। हाड़ कंपाने वाली ठंड के कारण लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं।
राज्य के मैकलुस्कीगंज में ठंड ने बीते दो दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां रविवार सुबह करीब 5:30 बजे न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 20 वर्षों में पहली बार 1 डिग्री से नीचे पहुंचा है। तापमान में आई इस भारी गिरावट के कारण पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में आ गया।
राजधानी रांची में रविवार को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि कांके क्षेत्र में पारा गिरकर 2.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। कोल्हान प्रमंडल में भी तापमान 2.5 डिग्री के आसपास बना रहा। इसके अलावा रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी जिलों में भी शीतलहर का व्यापक असर देखने को मिला।
उत्तर-पश्चिमी झारखंड के पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार जिलों में भी ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खासकर सुबह और शाम के समय ठंडी हवाओं के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण और खुले इलाकों में हालात शहरी क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा गंभीर बने हुए हैं।
घने कोहरे का असर हवाई सेवाओं पर भी साफ तौर पर नजर आया। बीते 24 घंटे के दौरान रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से संचालित 13 उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि कई फ्लाइट्स देरी से रवाना हुईं। सबसे ज्यादा असर सुबह की उड़ानों पर देखने को मिला।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान पूरे राज्य में मौसम शुष्क बना रहा। कुछ इलाकों में हल्का से मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहा। विभाग का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों तक तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है और ठंड का असर फिलहाल बना रह सकता है।














