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सावधान! ‘Happy New Year’ मैसेज में छिपा है खतरनाक स्कैम, चूना लगाने को तैयार बैठे हैं साइबर अपराधी; इन बातों का रखें ध्यान

On: December 29, 2025 6:03 PM
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Cyber Crime: नया साल आते ही ‌व्हाट्सएप, फेसबुक, एसएमएस और ई-मेल पर हैप्पी न्यू ईयर के मैसेज की बाढ़ आ जाती है। लेकिन जरा सी लापरवाही आपकी पूरी कमाई पर भारी पड़ सकती है। हाल के दिनों में ‘हैप्पी न्यू ईयर’ विश करने वाली APK फाइल के जरिए बड़े स्तर पर साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं, जिसे लेकर पुलिस और साइबर एक्सपर्ट्स ने गंभीर चेतावनी जारी की है।


व्हाट्सएप मैसेज से शुरू होता है पूरा खेल


यह साइबर फ्रॉड आमतौर पर एक साधारण से व्हाट्सएप मैसेज से शुरू होता है। मैसेज में आपको नए साल की शुभकामनाएं दी जाती हैं और साथ में एक फाइल अटैच होती है। जालसाज दावा करते हैं कि यह एक स्पेशल न्यू ईयर ग्रीटिंग कार्ड, वीडियो या फोटो है, जिसे देखने के लिए आपको उस फाइल को डाउनलोड और इंस्टॉल करना होगा। जैसे ही यूजर उस APK फाइल को इंस्टॉल करता है, वैसे ही उसका फोन पूरी तरह खतरे में आ जाता है।


APK नहीं, खतरनाक मैलवेयर


बहुत से लोग यह नहीं जानते कि यह APK असल में एक मैलवेयर होता है, जिसे खास तौर पर मोबाइल फोन में सेंध लगाने के लिए तैयार किया गया है। पीड़ितों के मुताबिक, इंस्टॉलेशन के कुछ ही घंटों के भीतर मोबाइल में संदिग्ध गतिविधियां शुरू हो जाती हैं।


• मोबाइल ऐप्स अपने आप खुलने लगते हैं।


• कॉन्टैक्ट्स और गैलरी का डेटा लीक हो जाता है।


• फोन पर पूरा रिमोट कंट्रोल हैकर्स के पास चला जाता है।


सबसे गंभीर खतरा यह है कि UPI और बैंकिंग ऐप्स के जरिए अनधिकृत ट्रांजेक्शन भी किए जा सकते हैं, जिससे कुछ ही मिनटों में अकाउंट खाली हो सकता है।


साइबर क्राइम विंग का बड़ा अलर्ट


इस बढ़ते खतरे को देखते हुए हैदराबाद पुलिस की साइबर क्राइम विंग ने आम जनता के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की है। पुलिस के अनुसार, साइबर अपराधी व्हाट्सएप, SMS और ईमेल के माध्यम से हानिकारक लिंक और APK फाइलें भेजकर लोगों की निजी जानकारी और मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं।
साफ तौर पर कहा गया है कि किसी भी अनजान नंबर या संदिग्ध मैसेज के साथ आए लिंक या फाइल पर क्लिक न करें।


बैकग्राउंड में चुपचाप करता है काम


साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि यह मैलवेयर फोन में इंस्टॉल होने के बाद बैकग्राउंड में साइलेंट मोड में काम करता है, जिससे यूजर को शुरुआत में कुछ समझ ही नहीं आता। यह स्कैमर्स को डिवाइस का रिमोट एक्सेस दे देता है, जिससे वे आपकी हर गतिविधि पर नजर रख सकते हैं।


त्योहारों के दौरान लोग अक्सर भावनाओं और जल्दबाजी में फैसले लेते हैं, और यही लापरवाही साइबर अपराधियों के लिए सबसे बड़ा हथियार बन जाती है।


APK और साइडलोडिंग क्या है, क्यों है खतरनाक?


एंड्रॉयड फोन में ऐप इंस्टॉल करने के लिए APK फाइल का इस्तेमाल होता है। जब आप गूगल प्ले स्टोर के बजाय किसी मैसेज या वेबसाइट से सीधे APK डाउनलोड करते हैं, तो इसे साइडलोडिंग कहा जाता है। यह बेहद जोखिम भरा होता है क्योंकि ऐसे स्रोतों से आई फाइल में जासूसी करने वाले वायरस छिपे हो सकते हैं।


इन संकेतों से पहचानें स्कैम मैसेज


‘अभी देखें’, ‘तुरंत डाउनलोड करें’ जैसे दबाव बनाने वाले शब्द


अनजान नंबर से आया ग्रीटिंग मैसेज


ग्रीटिंग के साथ अटैचमेंट या लिंक


मैसेज में स्पेलिंग और ग्रामर की गलतियां


याद रखें ये जरूरी बातें


• कोई भी बैंक या कंपनी कभी मैसेज पर OTP, PIN या बैंक डिटेल्स नहीं मांगती।


• सिर्फ गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।


• फोन में अननोन सोर्स से इंस्टॉलेशन का ऑप्शन बंद रखें।


जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव


नया साल खुशियों और अपनों के साथ मनाने का समय है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई पर भारी पड़ सकती है। अपनों को शुभकामनाएं जरूर भेजें, लेकिन किसी भी अनजान फाइल या लिंक से दूरी बनाए रखें।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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